सुशांत सिंह राजपूत केस: रिया को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत, आज रात NCB लॉकअप में, कल जाएंगी जेल
मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत केस में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने रिया चक्रवर्ती पर शिकंजा कसा है। एनसीबी ने आज रिया को गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने रिया को 14 दिनों की (22 सितंबर तक) न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बता दें, रिया के वकील सतीश मानशिंदे ने रिया के लिए जमानत की अर्जी दी थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है। अब रिया मंगलवार की रात घर नहीं जाएंगी और उन्हें एनसीबी दफ्तर में ही रातभर रुकना होगा जहां से सुबह उन्हें जेल भेजा जाएगा।
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आपको बता दें कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए रिया चक्रवर्ती को ड्रग्स कनेक्शन में आज गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद रिया को मेडिकल जांच के लिए सायन अस्पताल ले जाया गया। वहां कोरोना टेस्ट कराने के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में रिया की पेशी हुई। उल्लेखनीय है कि सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड मामले में ये अब तक की सबसे बड़ी गिरफ्तारी है. हालांकि ये गिरफ्तारी ड्रग पैडलिंग मामले में है। जहां तक सुशांत सिंह राजपूत की मौत की वजह की बात है तो वो सवाल अब तक जैसे का तैसा खड़ा हुआ है।
कोर्ट के सामने दी गईं ये दलीलें
एनसीबी ने जमानत का विरोध करते हुए कहा कि रिया चक्रवर्ती मामले में आरोपी है। वह यदि जमानत पर रिहा होती हैं तो मामले को प्रभावित कर सकती हैं। रिया ने कई अहम बातें बताई हैं जिन पर जांच जरूरी है। दूसरी ओर, सतीश मानशिंदे ने जमानत के लिए दलील में कहा कि एनसीबी के अधिकारी खुद कह रहे हैं कि मेरे मुवक्किल ने जांच में सहयोग किया है। एनसीबी ने रिमांड नहीं मांगी है क्योंकि वह पूछताछ पूरी कर चुकी है। रिया ने खुद ड्रग्स नहीं ली, सिर्फ किसी के कहने पर ड्रग्स मुहैया करवाई, ऐसे में उन्हें जमानत दी जाए। जब भी जरूरत होगी, वह दोबारा जांच में सहयोग करेंगी।
एनसीबी ने रिया को बताया ड्रग्स सिंडिकेट
एनसीबी ने रिया को गिरफ्तार कर जो रिमांड कॉपी तैयार की है, उसमें रिया के ड्रग लेने का जिक्र नहीं है। रिमांड कॉपी के मुताबिक, रिया ड्रग्स मुहैया करवा रही थीं। वह पेडलर के संपर्क में थी। सुशांत के कहने पर पेडलर्स को पैसे रिया ने जरूर दिए थे। रिमांड कॉपी में कहा गया है कि शौविक के जरिए रिया तक ड्रग्स आते थे। ड्रग पेडलर ड्रग्स सैमुअल मिरांडा, दीपेश सावंत को देते थे। बाद में ये ड्रग्स रिया के जरिए सुशांत तक पहुंचते थे। रिया के जरिए ड्रग पेडलर को पेमेंट करवाया जाता था, जो पैसे सुशांत देते थे। एनसीबी रिमांड कॉपी में यह भी कहा गया है कि शौविक, सैमुअल, दीपेश के पास से कोई ड्रग्स नहीं मिले हैं। शौविक चक्रवर्ती द्वारा अब्दुल बासित परिहार और जैद विलात्रा के जरिए ड्रग फैसिलिटेट किया जाता था।
सैमुअल मिरांडा और दीपेश सावंत इस ड्रग को पेडलर्स से लेते थे। रिया और सुशांत इसके लिए पेमेंट देखते थे। रिमांड कॉपी में एनसीबी ने लिखा है कि शौविक या रिया ने ड्रग्स सीधे तौर पर नहीं खरीदे। दोनों ड्रग्स मुहैया करवाने जरूर भागीदार थे। ड्रग्स के लिए पैसों के लेन-देन में रिया और सुशांत की भागीदारी थी। रिमांड कॉपी में कहा गया है कि रिया चक्रवर्ती इस ड्रग सिंडिकेट की ऐक्टिव मेंबर हैं। वह शौविक, सैमुअल और दीपेश को ड्रग्स लेने के लिए निर्देश देती थीं। पैसों का लेन-देन देखती थीं।
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