कांग्रेस विधायक का दावा- इनकम टैक्स के टॉर्चर से परेशान थे सिद्धार्थ, कर्ज चुकाने के लिए बेचना चाहते थे संपत्ति
बेंगलुरु। सीसीडी के मालिक और पूर्व केंद्रीय मंत्री एसएम कृष्णा के दामाद वीजी सिद्धार्थ का शव बरामद कर लिया गया है। उनका शव नेत्रावती नदी के पास मिला है। वीजी सिद्धार्थ सोमवार की रात से लापता थे और उनके ड्राइवर के बयान के बाद उनके नदी में कूदकर आत्महत्या करने की आशंका जताई थी। वहीं, वीजी सिद्धार्थ का शव बरामद होने के बाद कांग्रेस विधायक टीडी राजागौड़ा का बयान आया है।
सिद्धार्थ आयकर विभाग के टॉर्चर से परेशान थे- कांग्रेस विधायक
टीडी राजागौड़ा ने दावा किया कि सिद्धार्थ आयकर विभाग के टॉर्चर से थोड़ा परेशान थे और सभी कर्ज निपटाने के लिए अपनी 2-3 संपत्तियों को बेचना चाहते थे। उन्होंने बताया कि परिजनों ने तय किया है कि उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव बेलूरू में किया जाएगा। वहीं, लापता होने के बाद वीजी सिद्धार्थ की एक चिट्ठी सामने आई थी, जिसमें उन्होंने निवेशकों से माफी मांगी थी।
कर्मचारियों को लिखी थी चिट्ठी
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स और कॉफी डे फैमिली को लिखी चिट्ठी में वीजी सिद्धार्थ ने कहा है, 'अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के बावजूद मैं एक सफल बिजनेस मॉडल बनाने में विफल रहा। मैं इसको अपना सब कुछ दिया, लेकिन उन लोगों को निराश किया जिन्होंने मुझ पर अपना भरोसा बनाए रखा, इस बात का मुझे पछतावा है।'
इनकम टैक्स के पूर्व डीजी द्वारा परेशान किए जाने का जिक्र
पत्र में आगे सिद्धार्थ ने लिखा था, 'मैंने बहुत संघर्ष किया लेकिन आज मैंने हार मान ली क्योंकि एक प्राइवेट इक्विटी पार्टनर के शेयर बायबैक करने का दबाव नहीं झेल सकता था, जिसे अपने दोस्त से मोटी रकम उधार लेकर मैंने इस काम को आंशिक रूप से पूरा किया है।'मैंने आंशिक रूप से 6 महीने पहले एक दोस्त के साथ पूंजी इकट्ठा करने के लिए किया था।' उन्होंने इनकम टैक्स के पूर्व डीजी द्वारा परेशान किए जाने का भी जिक्र किया था और लिखा था, 'आयकर के पूर्व डीजी ने दो अलग-अलग मौकों पर शेयर जब्त कर माइंडट्री डील को खत्म करने का प्रयास किया, मैंने रिटर्न भी भर दिया था। ये सरासर गलत था और इस कारण हमें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा।'