श्रीलंका ब्लास्ट: छुट्टी मनाने के बाद ससुराल के लिए रवाना होने वाली थीं केरल की रासीना, ब्लास्ट ने ले जी जान
कोलंबो। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में ईस्टर के मौके पर रविवार को हुए आठ सीरियल ब्लास्ट्स एक दशक में हुआ सबसे खतरनाक आतंकी हमला माना जा रहा है। इन ब्लास्ट्स में 35 विदेशी नागरिकों की मौत भी हुई है। वहीं, मृतक भारतीयों की संख्या बढ़कर पांच पहुंच गई है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग की ओर से भी पांच भारतीयों की मौत की पुष्टि कर दी गई है। एक के बाद एक हुए आठ ब्लास्ट्स ने 290 लोगों की जिंदगियों को लील लिया। ईस्टर के मौके पर श्रीलंका में हुए आतंकी हमलों के पीछे तौहीद जमात का नाम सामने आ रहा है। एक हमला होटल सांगरी-ला में भी हुआ जिसमें केरल की रहने वाली 58 वर्षीय पीएस रासीना के भी मारे जाने की पुष्टि कर दी गई है।
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रिश्तेदारों से मिलने आई थीं श्रीलंका
रासीना का परिवार नॉर्थ केरल का रहने वाला है और वह अपने पति अब्दुल खादर कुकादी के साथ श्रीलंका में छुट्टी मनाने के लिए गई थीं। दोनों करीब एक हफ्ते से श्रीलंका में थे और दोपहर मैंगलोर के लिए निकलने वाले थे। लेकिन वह श्रीलंका से निकल पातीं उससे पहले ब्लास्ट ने उनकी जान ले ली। हालांकि सुषमा स्वराज की ओर से मृतक भारतीयों के जो नाम दिए गए थे उसमें रासीना का नाम नहीं था। रासीना और उनके पति पिछले कई वर्षों से दुबई में रह रहे थे। वह अपने परिवार के साथ श्रीलंका में अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए आई हुई थीं।
पति यूएई की टॉप कंपनी के साथ
रासीना का परिवार केरल के कसारगोड का रहने वाला है। पिछले कई दशकों से परिवार हालांकि श्रीलंका में रह रहा था। उनके पति जो कि मैंगलोर के रहने वाले हैं वह रविवार की सुबह ही दुबई के लिए निकल गए थे। बेंगलुरु में रुकने के बाद रासीना पति के पास दुबई जाने वाली थीं। उनके पति फर्टिलाइजर इंडस्ट्री से जुड़े हुए हैं और यूएई की एक रिफाइनरी के साथ काम करते हैं। रासीना, सांगरी-ला होटल में रुकी हुई थीं। आतंकियों ने इस होटल को भी अपना निशाना बनाया है। रसीना नाश्ता कर रही थीं कि अचानक ब्लास्ट हो गया।
दोपहर तक पहुंचना था बेंगलुरु
रासीना का परिवार केरल से करीब एक दशक पहले श्रीलंका में आकर बसा था। उनके परिवार के कसारगोड और साउथ कनारा से संबंध हैं और इस वजह से उनका रिश्ता मेंगलुरु के रहने वाले खादर कुकादी से किया गया। 40 वर्ष पहले उनकी शादी हुई थी। रासीना एक बेटी और और बेटे की मां थीं और दोनों ही बच्चे अमेरिका में रहते हैं। रसीना के देवर उस्मान कुकादी ने न्यू इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में कहा कि दोपहर तक उनकी भाभी को बेंगलुरु आ जाना था लेकिन उससे पहले ही उनकी जिंदगी खत्म हो गई। पड़ोसियों को भी यकीन नहीं हो पा रहा है कि रासीना अब इस दुनिया में नहीं हैं।
मां के अंतिम संस्कार को रवाना बच्चे
रासीना के बच्चे अमेरिका से आ रहे हैं और उनके रिश्तेदार भी कोलंबो से मेंगलुरु पहुंच रहे हैं। यहां पर उनकी अंतिम संस्कार किया जाएगा। भारतीय उच्चायोग की ओर से जो जानकारी शुरुआत में दी गई थी उसमें तीन भारतीयों के मारे जाने की खबरें थीं जिनके नाम है, लक्ष्मी, नारायण चंद्रशेखर और रमेश। सुषमा ने कहा था कि वह इस पर और ज्यादा जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही हैं।
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