पुलवामा में एसपीओ को गोली मारकर मौत के घाट उतारा, ISIS ने ली जिम्मेदारी
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के पुलवामा शहर के मासपुना के डालीपोरा इलाके में रहने वाले एसपीओ (स्पेशल पुलिस ऑफिसर) मोहम्मद अशरफ मीर को मिलिटेंट्स ने गोली मारकर हत्या कर दी है। अशरफ मीर श्रीनगर के चानपोरा इलाके में पिछले 12 वर्षों से रह रहे थे। वह पुलवामा अपने परिवार के सदस्य की मौत पर आए थे, जहां मिलिटेंट ने उन्हें गोली मार दी। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने अशरफ को पुलवामा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी मौत हो गई।
मिलिटेंट्स ने एसपीओ अशरफ को कई गोलियां मारी थीं, उनके सीने, पेट और पैर में गोलियां लगी थीं। अशरफ के परिवार में उनकी पत्नी और तीन बच्चे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार अशरफ पहले खुद एक मिलिटेंट था, लेकिन सरेंडर करने के बाद वह एसपीओ बना दिया गया था। वह इखवान उल मुसलमीन संगठन से जुड़ा था, जिसे स्थानीय लोग इखवान के नाम से जानते हैं। पुलवामा के एसएसपी चौधरी मोहम्मद असलम ने बताया कि अशरफ बतौर एसपीओ श्रीनगर में काम कर रहा था। उन्होंने बताया कि जब मैं श्रीनगर में एसपी था तो मैंने उसे वहां देखा था।
अशरफ की मौत के बाद पुलिसअधिकारियों ने उसे श्रद्धांजलि दी। एसपीओ अशरफ की मृत्यु के बाद श्रद्धाजलि देने का कार्यक्रम किया गया, जिसमे एसएसपी पुलवामा, एएसपी पुलवामा, डीएसपी पुलवामा शामिल हुए। वहीं एक अन्य घटना में एक और एसपीओ को मिलिटेंट्स ने गोली मार दी। मिलिटेंट्स ने शनिवार को अनंतनाग में एसपीओ पर काफी करीब से गोली चलाई थी। एसपीओ की पहचान त्रिलोक सिंह के तौर पर हुई है, जोकि मौजूदा समय में कुलपोरा-अचबल में रहता था। अभी तक इस घटना की किसी भी मिलिटेंट ग्रुप ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
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