कोरोना इफेक्ट: स्पाइसजेट के पायलटों को नहीं मिलेगी अप्रैल और मई की सैलरी, इनको मिलेगा वेतन
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के चलते भारत समेत पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। देश में लगभग एक महीने से जारी लॉकडाउन का असर अब देश के उद्योग-धंधों पर साफ दिखने लगा है। निजी क्षेत्र की एविएशन कंपनी स्पाइसजेट अपने पायलटों को अप्रैल और मई महीने के दौरान वेतन नहीं देने का फैसला किया है। हालांकि कंपनी की ओर कहा गया है कि, कार्गो फ्लाइट उड़ाने वाले पायलटों को वेतन मिलेता रहेगा। उन्हें ब्लॉक आवर फ्लॉन के हिसाब से पैसा मिलेगा।
अप्रैल और मई की सैलरी नहीं देगी स्पाइसजेट
स्पाइसजेट के चीफ ऑफ फ्लाइट ऑपरेशंस कैप्टन गुरचरण अरोड़ा ने सभी पायलटों को आज सुबह 10 बजे के करीब भेजा है। एक मेल में कहा गया है कि, डियर पायलट्स, हमारे 16 फीसदी विमान और हमारे 20 प्रतिशत पायलट उड़ान भर रहे हैं। जिस कारण से उन्हें इस महीने और अगले महीने वेतन नहीं मिलेगा। जो मालवाही उड़ान का संचालन करेंगे, उन्हें ब्लॉक आवर फ्लॉन के हिसाब से वेतन मिलेगा। चीफ ऑफ फ्लाइट ऑपरेशंस ने कहा, लॉकडाउन बढ़ने की वजह से अप्रैल में उड़ानें बंद हैं और यह अभी स्पष्ट नहीं है कि सरकार एयरलाइंस को परिचालन शुरू करने देगी।
लॉकडाउन से कंपनियों के रेवेन्यू पर असर
उन्होंने कहा कि, इस बीच, एयरलाइन कार्गो परिचालन पर ध्यान केंद्रित कर रही है। हम अपने पांच कार्गो एयरक्राफ्ट को उड़ा रहे हैं और अपने यात्री विमानों पर भी अधिक माल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा, आने वाले हफ्तों में हम उड़ान भरने वाले विमानों की संख्या 50 फीसदी से अधिक और पायलटों की संख्या 100 फीसदी तक बढ़ाने का इरादा रखते हैं। लॉकडाउन के चलते स्पाइसजेट ने पहले ही कर्मचारियों के वेतन में कटौती कर दी थी।
मेल के बाद कंपनी के पायलटों में बढ़ी बेचैनी
इस मेल को पाने के बाद कंपनी के पायलटों की बेचैनी बढ़ गई है। स्पाइसजेट ने अपने प्रवासी पायलटों को भी बंद कर दिया था और अपने कुछ कर्मचारियों को बिना सैलरी छुट्टी पर भेज दिया था। एक वरिष्ठ कार्यकारी ने कहा कि 24 मार्च से स्पाइसजेट के 200 से अधिक पायलट 550 उड़ानों में उड़ान भर चुके हैं। उन्होंने 4,200 टन से अधिक आवश्यक दवाओं को 37 से अधिक गंतव्यों तक पहुंचाया है।
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