इस्लाम में बदन की नुमाइश हराम, जायरा ने फिल्में छोड़ ठीक किया: सपा सांसद
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट से सांसद एसटी हसन ने कहा है कि वो युवा अभिनेत्री एसटी हसन के फिल्म इंड्स्ट्री छोड़ने के फैसले को सही मानते हैं। हसन ने कहा कि इस्लाम में मर्दों का रिझाने के लिए बदन की नुमाइश को हराम माना गया है, फिल्मों में सब करना होता है। ऐसे में जायरा ने ठीक किया। वहीं टीएमसी सांसद नुसरत के निखिल जैन से शादी करे और सिंदूर लगाने पर हसन ने कहा कि ये उनका निजी फैसला है। वो कैसे शादी करती हैं और किस धर्म में रहती हैं, इस पर किसी को सवाल नहीं करना चाहिए।
जायरा को लेकर हसन ने कहा, इस्लाम में महिलाओं के जिस्म की नुमाइश करना मना है, बल्कि हिन्दू धर्म में भी ये ठीक नहीं माना गया है। मर्दों को रिझाने के लिए ये सब करना हराम है। अगर इस तरह की ड्रेस पहनाई जा रही है कि जिस्म की नुमाइश हो रही है तो मैं समझता हूं कि जायका ने ठीक किया। कश्मीर से आने वाली 19 साल की अभिनेत्री जायरा वसीम ने रविवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिख फिल्में छोड़ने का ऐलान किया है। दंगल और सीक्रेट सुपरस्टार जैसी हिट फिल्में कर चुकीं जायरा ने इस फैसले के पीछे इस्लाम से दूर हो जाने को वजह बताया है।
जायरा वसीम के फैसले पर शिवसेना-कांग्रेस-भाजपा ने भी उठाए सवाल
एसटी हसन ने पश्चिम बंगाल के बशीरहाट से टीएमसी की सांसद नुसरत जहां के हिन्दू रीति रिवाजों से शादी पर सवाल उठाने को गलत कहा है। हसन ने कहा, हर किसी को ये आजादी है कि उसे कैसे शादी करनी है। उन्होंने हिन्दू रिवाजों से शादी की तो मुझे क्या एतराज हो सकता है। यहां तक कि अगर वो इस्लाम धर्म छोड़ती हैं तो भी हमें कुछ कहने का हक नहीं। बता दें कि नुसरत के निखिल जैन से शादी करने के बाद उनके सिंदूर लगाने पर कुछ लोगों ने सवाल उठाए थे। इस्लाम धर्म से जुड़े कुछ लोगों ने कहा था कि एक मुसलमान सिंदूर लगाए ये ठीक नहीं है।
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