मायावती के लिए छलका मुलायम की छोटी बहू का दर्द, गेस्ट हाउस कांड पर दिया ये बड़ा बयान
नई दिल्ली। गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में समाजवादी पार्टी और बसपा के साथ चुनाव लड़ने के बाद से ही यूपी में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव ने जहां पहली बार मायावती के घर जाकर उनसे 45 मिनट की लंबी बातचीत की तो वहीं अब मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने गेस्ट हाउस कांड के लिए मायावती से हमदर्दी जताते हुए कहा कि इस तरह की घटना किसी भी महिला के साथ नहीं होनी चाहिए।
गेस्ट हाउस कांड पर अपर्णा यादव का बयान
टीवी चैनल इंडिया न्यूज के साथ बातचीत के दौरान अपर्णा यादव ने कहा, 'जिन कार्यकर्ताओं ने मायावती पर उस समय हमला किया था उस पर अभी भी अनिश्चितता है के वे किस पार्टी के थे। बहन जी मायवती को अच्छे से पता है कि इसमें कौन लोग थे, किन लोगों ने उनके साथ ये व्यवहार किया था। मैं इस तरह के किसी भी घटना का समर्थन नहीं करती हूं। किसी भी महिला के साथ ये नहीं होना चाहिए। मायवती जी को जो उस समय दुख पहुंचा था उसकी क्षतिपूर्ति नहीं की जा सकती है।'
गेस्ट हाउस कांड में सपा के लोग नहीं थे शामिल
अपर्णा यादव ने आगे कहा, 'मायवती जी को ये अच्छे से पता है कि इस कांड में सपा के लोग शामिल नहीं और वे ये बात कई बार अपने लोगों से बोल भी चुकी हैं। क्योंकि मेरे भी कई लोग जानने वाले हैं। आपस में हम लोग भले ही अलग अलग पार्टी से हैं लेकिन जब भी हम लोग कहीं मिलते हैं तो ये सब बाते होती हैं और ये गेस्ट हाउस कांड एक बहुत बड़ा कांड हुआ था। यूपी की राजनीति में ये महत्वपूर्ण घटनाओ में से एक है। इस घटना के बाद से यूपी की राजनीति में कई बदलाव देखने को मिले।'
क्या है गेस्ट हाउस कांड
1993 में सपा और बसपा ने मिलकर सरकार बनाई और मुलायम मुख्यमंत्री बनें, लेकिन बाद में दोनों पार्टियों के बीच मतभेद हो गया और 2 जून 1995 को बसपा ने सपा से समर्थन वापस ले लिया। जिसके कारण सरकार गिर गई। जिसके बाद इसके बाद उसी दिन सपा के विधायकों और सांसदों की अगुवाई में पार्टी समर्थकों ने लखनऊ स्थित सरकारी गेस्ट हाउस कांड में मायावती और बसपा नेताओं पर हमला कर दिया। मायावती ने कमरे में बंद होकर अपनी जान बचाई थी। इसे ही गेस्ट हाउस कांड के नाम से जाना जाता है