रामपुर सीट से जुड़ी है आजम खां की साख, पर जीत भी सपा को नहीं आ रही है रास
बेंगलुरू। समाजवादी पार्टी नेता आजम खां का राजनीतिक कैरियर दांव पर लगा हुआ है और संभावनाएं और आशंकाएं इस कदर बलवती हैं कि उनके जेल यात्रा की खबर कभी भी सुर्खियां बन सकती हैं। इस बीच आजम खां को अपनी परंपरागत रामपुर विधानसभा सीट बचाने के लिए जोर आजमाइश करनी पड़ रही है। आजम खां चाहते भी हैं कि रामपुर विधानसभा सीट के एक बार उन्हें फिर वहां की जनता का साथ मिले और हो सकता है सब कुछ भुलाकर लोग अपना मत आजम खां की पत्नी तजीन फातिमा को दे आएं, लेकिन रामपुर सीट को लेकर समाजवादी पार्टी कभी खुशी और कभी गम के मोड पर खड़ी हैं।
गौरतलब है आजम खां पर पिछले एक महीने में जमीन पर अवैध कब्जे के करीब दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हो चुके है और उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। ऐसे में आजम खां के लिए पारंपरिक सीट को बचा पाना टेढ़ी खीर साबित हो सकती है। क्योंकि जमीन पर अवैध कब्जे के मुकदमे ने स्थायीय स्तर पर आजम खां की शख्सियत पर जमकर बट्टा लगाया है। आजम खां भले ही खुद के लिए रामपुर की जनता से वोट मांगने के अपील नहीं करेंगे, लेकिन वो किस मुंह से पत्नी तजीन फातिमा के लिए वोट देने की अपील करेंगे यह देखने वाली बात होगी।
हालांकि आजम खां के लिए रामपुर सीट पर जीत दर्ज करना बेहद जरूरी है और अगर रामपुर की पारंपिरक सीट आजम खां बचाने में कामयाब हो गए तो जनता की नजरों में आजम खां फारिक हो जाएंगे। रही बात कोर्ट के मुकदमे की तो भारतीय राजनीति में दाग अच्छे है का जुमला राजनीतिक हैसियत के नफा-नुकसान में आज भी कोई मायने नहीं रखता है।
आजम खान के साथ-साथ समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी सपा की परंपरागत सीट को किसी भी कीमत पर बचाए रखना चाहती है, लेकिन सपा के लिए दिक्कत यह है कि अगर तजीन फातिमा रामपुर सीट से जीत जाती हैं तो उन्हें अपनी राज्यसभा सीट छोड़नी पड़ेगी, जो सपा नहीं चाहती है, क्योंकि राज्यसभा में सपा का संख्याबल पहले ही कम हैं।
उल्लेखनीय है रामपुर लोकसभा सीट से सांसद आजम खां कुल 8 बार रामपुर विधानसभा सीट पर जीत दर्ज कर चुके हैं। यही कारण है कि पांरपरिक सीट को बचाए रखने के लिए आजम खां ने पत्नी तजीन फातिमा को मैदान में उतारा है। समाजवादी पार्टी और आजम खान को भरोसा है कि जिस तरह सरकार लगातार उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है, ऐसे में सहानभूति का फायदा परिवार के ही किसी सदस्य को मिलेगा। ऐसे में पार्टी ने आजम खान की पत्नी तजीन फातिमा पर दांव लगाया है। अधिक संभावना है कि सीधी लड़ाई में आजम खां की पत्नी बीजेपी उम्मीदवार भारत भूषण गुप्ता पर भारी पड़ जाएं और सीट निकालने में कामयाब हो जाएं।
हालांकि समाजवादी पार्टी के लिए रामपुर विधानसभा पारंपरिक होते हुए वर्तमान समय में उसके लिए अधिक मायने नहीं रखती हैं। आजम खां, जिन पर अब तक 80 से अधिक मामले जमीन पर अवैध कब्जे के चल रहे हैं, इससे सपा की छवि भी खूब धूमिल हुई है और अगर तजीन फातिमा चुनाव हार भी गईं तो समाजवादी पार्टी के लिए ज्यादा दुखदायी रहने वाला नहीं हैं, क्योंकि रामपुर सीट पर जीत समाजवादी पार्टी से अधिक आजम खां के लिए साख की लड़ाई है, लेकिन पार्टी हार कर भी खुश होगी, क्योंकि राज्यसभा सांसद तजीन फातिमा को तब राज्यसभा की सदस्यता नहीं त्यागनी पड़ेगी।
समाजवादी पार्टी के लिए रामपुर विधानसभा सीट वर्तमान समय में उतना मायने नहीं रखती है, जितना उसके लिए राज्यसभा का महत्व हैं। सपा उम्मीदवार तजीन फातिमा अगर रामपुर विधानसभा पर जीत दर्ज करती हैं तो पार्टी के लिए उसका यह दांव उल्टा पड़ जाएगा।
हालांकि रामपुर सीट पर जीत बीजेपी के लिए दोनों सूरतों में फायदेमंद रहेगी। बीजेपी उम्मीदवार भारत भूषण शर्मा अगर रामपुर से चुनाव जीत गए तो बीजेपी के लिए बड़ी बात होगी, क्योंकि यह बड़े अरसे होगा कि बीजेपी रामपुर सीट पर कब्जा करेगी। इससे एक संदेश यह भी जाएगा कि रामपुर सीट से आजम खान का किला ध्वस्त हो गया। बीजेपी चुनावी कैंपेन में आजम खां के खिलाफ अवैध जमीन पर कब्जे के केस को प्रोजेक्ट करेगी।
दरअसल, समाजवादी पार्टी को राज्यसभा में अपने एक-एक सांसद को बचाने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है। ऐसे में विधानसभा या राज्यसभा दोनों में कहीं ना कहीं उसका एक सदस्य और कम होना तय है। इसके पहले एसपी के दो राज्यसभा सदस्य बीजेपी के पाले में जा चुके हैं। विधानसभा का जो वर्तमान समीकरण है, उससे साफ है कि तजीन फातिमा अगर राज्यसभा से इस्तीफा देती हैं तो ये सीट बीजेपी के खाते में जाएगी और राज्यसभा में बहुमत की तलाश कर रही बीजेपी के लिए यह सौदा फायदे का होगा, क्योंकि फातिमा के कार्यकाल में अभी करीब एक साल से ज्यादा का वक्त बचा है। अगर तजीन फातिमा चुनाव हार जाती हैं तो विधानसभा में बीजेपी का एक सदस्य बढ़ जाएगा।
मालूम हो, आजम खां पर अब तक जमीन पर अवैध कब्जे के 80 से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। इसके अलावा उनके हमसफर रिजॉर्ट पर भी बिजली चोरी का मामला दर्ज किया गया है। बिजली विभाग द्वारा हमसफर रिजार्ट पर डाले गए रेड के दौरान पाया गया कि हमसफर रिजार्ट में कुल 5 KW के मीटर लगा हुआ था, लेकिन रेड के दौरान रिजार्ट में करीब 33 KW का लोड पाया गया।
रिजॉर्ट में बिजली सप्लाई के लिए अलग से एक पावर लाइन लगाई गई थी, जिसके बाद बिजली विभाग ने रिजॉर्ट का कनेक्शन काट दिया। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रिजार्ट आजम खान की पत्नी तंजीम फातिमा के नाम पर है और उन पर बिजली चोरी अधिनियम के तहत 30 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया, जो उपचुनाव में आजम खां की पत्नी तजीन फातिमा के लिए भी नुकसानदायी साबित होगा।
यह भी पढ़ें-पत्नी तजीन फातिमा के नामांकन पर लंबे अरसे बाद रामपुर पहुंचे आजम क्या बोले?