एस पी बालासुब्रमण्यम: फर्स्ट ऑडिशन से लेकर 40 हजार गाना गाने तक, महान गायक के बारे में जानें कुछ फैक्ट्स
एस पी बालासुब्रमण्यम: फर्स्ट ऑडिशन से लेकर 40 हजार गाना गाने तक, महान गायक के बारे में जानें कुछ फैक्ट्स
नई दिल्ली: महान गायक एस पी बालासुब्रमण्यम (SP Balasubrahmanyam) ने अपनी गायकी से कई पीढ़ियों के दिलों पर राज किया। एस पी बालासुब्रमण्यम ने हिंदी, तमिल, तेलुगू समेत कई भाषओं में गाने गाए और कई पुरस्कार भी जीते। उन्हे पद्म श्री और पद्म भूषण से भी उन्हें नवाजा गया था। कोविड-19 (covid-19) की वजह से 74 साल की उम्र में बालासुब्रमण्यम का चेन्नई के एक अस्पताल में निधन हो गया। उन्होंने पांच दशक के अपने करियर में कई पीढ़ी के संगीतकारों के साथ काम किया और 40,000 से ज्यादा गाने गाए। जिसके लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है। एस पी बालासुब्रमण्यम अपने बाद के दिनों में कई रियलटी शो से भी जुड़े। आइए जानते हैं एस पी बालासुब्रमण्यम के बारे में कुछ फैक्ट्स...।
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इंजीनियरिंग के छात्र थे बालसुब्रह्मण्यम
एस पी बालासुब्रमण्यम का पूरा नाम श्रीपति पंडिताराध्याउला बालासुब्रमण्यम था। अपना संगीत करियर शुरू करने से पहले, बालासुब्रमण्यम ने जेएनटीयू कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग अनंतपुर में दाखिला लिया था क्योंकि वे एक इंजीनियर बनना चाहते थे। लेकिन टाइफाइड के कारण उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में ही बंद करनी पड़ी। इस बीच, उन्होंने कई गायन प्रतियोगिताओं में भी भाग लिया और कई पुरस्कार भी जीते। जहां उनको पता चला कि वह गायकी में भी अपना करियर बना सकते हैं।
बालासुब्रमण्यम का पहला ऑडिशन
एक युवा गायक के रूप में, बालासुब्रमण्यम ने अपने करियर के शुरुआत में कई संगीतकारों से मुलाकात की। उनका पहला ऑडिशन गीत Nilave Ennidam Nerungadhe था, जिसे पीबी श्रीनिवास ने गाया था। बालासुब्रमण्यम ने 15 दिसंबर, 1966 को एक पार्श्व गायक के रूप में अपनी शुरुआत तेलुगु फिल्म Sri Sri Sri Maryada Ramanna के गाने से की थी।
1969 में एमजीआर अभिनीत 'अदिमाईपेन' में उनका गाया 'अयराम निलावे वा' बहुत लोकप्रिय हुआ था। शास्त्रीय गायन में औपचारिक प्रशिक्षण नहीं होने के बावजूद उन्होंने जिन ऊंचाइयों को छुआ, वहां तक कई प्रशिक्षित गायकों का पहुंच पाना भी मुश्किल है।
बालासुब्रमण्यम के नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड
चेन्नई एक्सप्रेस के गायक बालासुब्रमण्यम ने अपनी जिंदगी में हर साल औसतन 930 गाने या प्रति दिन लगभग तीन गाने गाए हैं। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में बालासुब्रमण्यम पर सबसे अधिक 40,000 गाना गाने का रिकॉर्ड है।
बालासुब्रमण्यम ने गाए 12 घंटे में 21 गाने
संगीत के दिग्गज बालासुब्रमण्यम ने कन्नड़ संगीतकार उपेंद्र कुमार के लिए 12 घंटे में 21 गाना गाने का रिकॉर्ड भी बनाया था। उन्होंने कथित तौर पर एक दिन में 19 तमिल गाने और एक दिन में 16 गाने हिंदी में रिकॉर्ड किए हैं।
मोहम्मद रफी के गानों से प्रभावित बालासुब्रमण्यम ने हजारों सदाबहार गाने गाए है । सभी तरह के गानों को उन्होंने अपनी आवाज दी, चाहे खुशी के हो या दर्द भरे नगमें।
डबिंग कलाकार के तौर पर भी उभरे बालासुब्रमण्यम ने
बालाचंदर की फिल्म मनमाधा लीला में बालसुब्रमण्यम ने डबिंग की थी। जो फिल्म मनमाथा लीलाई का डब किया हुआ तेलुगु संस्करण है। फिल्म में उन्होंने कमल हासन के लिए आवाज दी थी।
बालसुब्रमण्यम ने अनिल कपूर, गिरीश कर्नाड, रजनीकांत, नागेश सहित अन्य अभिनेताओं के लिए भी वॉयस-ओवर किए। दशावतारम के तेलुगु संस्करण के लिए, उन्होंने कमल हासन द्वारा निभाए गए 10 में से सात पात्रों के लिए वॉयस ओवर किया था।
छह बार के राष्ट्रीय पुरस्कार से बालासुब्रमण्यम को किया गया सम्मानित
'पहला पेहला प्यार है' के गायक बालासुब्रमण्यम ने चार अलग-अलग भारतीय भाषाओं में अपने गानों के लिए छह राष्ट्रीय पुरस्कार जीते। उन्हें पद्म श्री (2001) और पद्म भूषण (2011) से भी सम्मानित किया गया था।
दोस्त प्यार से कहते थे 'बालू'
बालसुब्रमण्यम का जन्म आंध्र प्रदेश के नेल्लौर में चार जून 1946 को हुआ था। प्रख्यात संगीतकार इलैयाराजा समेत उनके कई दोस्त उन्हें प्यार से 'बालू' कहकर बुलाते थे।
संगीतकार इलैयाराजा के साथ उनकी बहुत प्रगाढ दोस्ती थी। इसके अलाव गायक के जे येसुदास के प्रति भी वह बहुत प्यार रखते थे और उन्हें 'गुरु' बुलाते थे। बालासुब्रमण्यम की बहन एस पी शैलजा भी एक गायिका हैं। बालासुब्रमण्यम के बेटे चरण भी सिनेमा-संगीत क्षेत्र में सक्रिय हैं।