सिंगर के साथ अच्छे एक्टर भी थे बालासुब्रमण्यम, 285 दिनों तक लगातार थियेटर में चली थी उनकी फिल्म
नई दिल्ली। मशहूर सिंगर एसपी बालासुब्रमण्यम (SP Balasubrahmanyam Death) का निधन हो गया है। अगस्त में ही वो कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, तब से उनका इलाज जारी था। कोरोना संक्रमण की वजह से उनकी हालत गंभीर हो गई थी। जिस वजह से उन्हें कई दिनों तक वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखना पड़ा। शुक्रवार को दोपहर एक बजे के करीब उन्होंने एमजीएम हेल्थकेयर अस्पताल में अंतिम सांस ली।
गाने के मामले में रिकॉर्ड
तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, हिंदी सहित 16 भाषाओं में मुख्य धारा की फिल्मों में गाना गाने के अलावा उन्होंने कई फिल्मों में अभियन भी किया था। उन्होंने 40 हजार से ज्यादा गाने गाकर नया रिकॉर्ड भी बनाया। बालासुब्रमण्यम ने एक अभिनेता के रूप में जो मुकाम हासिल किया वो कई प्लेबैक सिंगर्स नहीं हासिल कर पाए। अपनी आवाज, अदाकारी और मेहनत की वजह से उन्होंने लोगों के दिलों में खास जगह बनाई थी। जिस वजह से आज उनके जाने के बाद बॉलीवुड और फैन्स में शोक की लहर है।
ऐसे शुरू हुआ एक्टिंग का सफर
निर्देशक वसंत, के. बालाचंदर के लंबे वक्त तक सहायक थे। एसपीबी ने उनसे सिफारिश की थी कि वो उनकी पहली फिल्म में काम ना करें। उन्होंने वसंत से कहा कि अगर मेरी पहली फिल्म फ्लॉप हुई तो मेरे पास खोने को कुछ नहीं रहेगा, लेकिन आप एक युवा निर्देशक हैं, आपको काफी नुकसान होगा। इसके बावजूद वसंत नहीं माने और उन्होंने 1990 में उनके साथ केलाडी कन्मानी (Keladi Kanmani) फिल्म की। एसपीबी की सोच के विपरीत ये फिल्म सुपर हिट रही और ये तमिलानाडु के थियेटर में 285 दिनों तक चली। उस्ताद इलैयाराजा की रचनाओं के साथ फिल्म का साउंडट्रैक भी जमकर हिट हुआ था।
पिता के रोल में सबको आए पसंद
इसके बाद उन्होंने 1993 में थिरुडा थिरुडा (Thiruda Thiruda) में एक्टिंग की। उनकी इस फिल्म ने भी अच्छा प्रदर्शन किया था। 1994 में कधलान (Kadhalan) फिल्म एसपीबी के करियर में नया मोड़ लेकर आई। इस फिल्म के बाद वो एक हीरो के पिता के रोल में दिखे। 1996 में उनकी फिल्म उल्लासम (Ullaasam) आई थी। उनके रोल को देखने के बाद साउथ के लोग उन्हें पिता के रूप में रोड माडल मानने लगे थे।
बालासुब्रमण्यम ने किया 'प्रेम' से प्यार और बन गए सलमान की आवाज