दक्षिण अफ्रीका में मिला कोरोना का नया वेरिएंट भारत के लिए बन सकता है खतरा, केंद्र सरकार ने जारी किया अलर्ट
दक्षिण अफ्रीका में मिला कोरोना का नया वेरिएंट भारत के लिए बन सकता है खतरा, केंद्र सरकार ने जारी किया अलर्ट
नई दिल्ली, 26 नवंबर: दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट मिलने के बाद से सभी देश अलर्ट हो गए हैं। दक्षिण अफ्रिका में मिले कोविड-19 के नए वेरिएंट से लगभग 100 से अधिक देशों के लोग संक्रमित हो चुके हैं। कोविड-19 के इस नए वेरिएंट का नाम है- B.1.1.529 इस वेरिएंट के सामने आने के बाद दक्षिण अफ्रीका की सरकार निजी लेबोरेट्रीज के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर ये जांचने में लग गई है कि ये वेरिएंट कितना संक्रामक और खतरनाक है। दक्षिण अफ्रिका के इस नए वेरिएंट को देखते हुए भारत की सरकार भी अलर्ट पर है। भारत सरकार के स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों को इस वेरिएंट के बारे में जानकारी दी है और पत्र लिख कहा है कि भारत आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की सघन कोरोना जांच की जाए।
केंद्र सरकार ने कोरोना के इस नए वेरिएंट के बारे में क्या कहा?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार (26 नवंबर) को तीन देशों से आने वाले यात्रियों का कड़ाई से कोरोना वायरस जांच करने के आदेश दिए हैं। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजे गए पत्र में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग से आने वाले सभी यात्रियों की कोरोना जांच को गंभीरता से लिया जाए। अगर किसी में भी कोविड-19 के लक्षण दिखे तो उन्हें फौरन क्वाराटाइन किया जाए।
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केंद्र सरकार ने राज्यों को दिया ये निर्देश
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि भारत के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) ने सरकार को सूचित किया है कि दक्षिण अफ्रिका बोत्सवाना में कोरोना के नये वेरिएंट B.1.1.529 का मामला सामने आया है। भूषण के निर्देश के बाद, सभी राज्यों को कोविड-पॉजिटिव यात्रियों के नमूने भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स सीक्वेंसिंग कंसोर्टियम की निर्दिष्ट प्रयोगशालाओं में भेजने होंगे, जो वेरिएंट और को ट्रैक और मॉनिटर करता है।
जानें कोरोना के नए वेरिएंट B.1.1.529 के बारे में
हांगकांग का मामला दक्षिण अफ्रीका के एक यात्री का है। दक्षिण अफ़्रीकी वैज्ञानिकों ने गुरुवार (25 नवंबर) को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि B.1.1.529 में पाए गए उत्परिवर्तन "संबंधित थे क्योंकि वे शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया से बचने में मदद कर सकते थे और इसे और अधिक संक्रामक बना सकते थे। दक्षिण अफ्रीका की द नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्यूनिकेबल डिजीस के अनुसार ये वेरिएंट संक्रामक हो सकता है।
B.1.1.529 वैरिएंट के सबसे ज्यादा मामले गॉवटेंग, नॉर्थ वेस्ट और लिम्पोपो में देखने को मिले हैं। पब्लिक हेल्थ सर्विलांस एंड रिस्पॉन्स की प्रमुख डॉ. मिशेल ग्रूम ने कहा कि हमने पूरे देश में के स्वास्थ्य प्रशासन को सचेत कर दिया है।