केंद्र ने पलटा दिल्ली सरकार का एक और फैसला, होम क्वारंटाइन नहीं होगा कोरोना का एक भी मरीज: सूत्र
नई दिल्ली। देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस मरीजों को अब होम क्वारंटाइन में नहीं रखा जाएगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी के कोविड-19 मरीजों को अब सरकारी अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में ही रखा जाएगा और उनका उपचार होगा। बता दें कि दिल्ली सरकार ने पिछले हफ्ते दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा था कि बिना लक्षण या हल्के लक्षण वाले मरीजों को अस्पताल 24 घंटे के अंदर डिस्चार्ज करें। सूत्रों की मानें तो अब केजरीवाल सरकार के इस फैसले को गृह मंत्रालय ने पलट दिया है।
अगर गृह मंत्रालाय नए गाइडलाइंस जारी करता है तो दिल्ली में हर कोरोना वायरस मरीज को सरकारी आइसोलेशन वार्डों में भेजा जाएगा। वर्तमान में जिन लोगों में कोरोना का संक्रमण पाया जाता है और उनमें लक्षण कम या बिल्कुल नहीं होते तो उन्हें सावधानी के तौर पर होम क्वारंटाइन में रहने को कहा जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान में दिल्ली में 8,400 से अधिक कोरोना वायरस रोगी घर में हैं। ऐसा माना जा रहा है कि गृह मंत्रालय के नए नियमों को लेकर आने वाले दिनों में विवाद भी खड़ा हो सकता है क्योंकि दिल्ली सरकार का कहना है कि यह अस्पताल बेड की मांगो को लेकर संघर्ष कर रहे हैं।
बता दें कि जून के पहले सप्ताह में दिल्ली स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से एक गाइडलाइन में अस्पतालों को निर्देश दिया था कि सिर्फ गंभीर कोरोना वायरस मरीजों को ही भर्ती किया जाए। बिना लक्षण या हल्के लक्षण वाले मरीजों को 24 घंटे की भीतर ही डिस्चार्ज करें। इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कहा था कि दिल्ले के 80 फीसदी मरीजों का इलाज घर पर किया जा सकता है। उसके लिए उन्होंने एक गाइडलाइन भी जारी की थी।
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