Nisarga Cyclone: प्रभावितों की मदद को आगे आए सोनू सूद, 28 हजार लोगों के लिए बने मसीहा
नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद दिन-रात अपनी टीम के साथ मजदूरों की मदद करने के लिए जुटे रहते हैं। जिस वजह से अब लोग उन्हें मजदूरों का मसीहा कहने लगे हैं। कोरोना महामारी के बीच बुधवार को निसर्ग तूफान महाराष्ट्र में तबाही मचाने पहुंचा। इस दौरान सैकड़ों लोगों को उनके घरों से हटाकर राहत कैंपों में शिफ्ट किया गया। वहां भी सोनू सूद लोगों की मदद करने पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने 28 हजार लोगों को खाना और जरूरी सामान उपलब्ध करवाया।
लोगों को राहत शिविर में करवाया शिफ्ट
तूफान प्रभावितों की मदद के बाद सोनू सूद ने कहा कि आज हम सभी को कठिन समय का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में मुश्किलों से लड़ने के लिए हमें मजबूत सपोर्ट सिस्टम चाहिए। उन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर मुंबई के तटीय क्षेत्रों में 28 हजार लोगों को खाना उपलब्ध करवाया है। इसके साथ ही तूफान प्रभावित लोगों को स्कूलों में बने राहत शिविरों में शिफ्ट करवाने में मदद भी की। उन्होंने कहा कि तूफान के दौरान हमने सुनिश्चित किया कि सभी सुरक्षित रहें।
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असम के 200 मजदूरों की मदद
मुंबई में कई मजदूर ऐसे में भी हैं, जिनके पास रहने के लिए मकान नहीं है। ऐसे में निसर्ग तूफान के वक्त उनके लिए मुश्किलें और बड़ी हो गई थीं। जिस पर सोनू सूद उनकी मदद को आगे आए। इस दौरान उन्होंने अपनी टीम के साथ असम के 200 बेघर मजूदरों को शेल्टर होम भिजवाया। घर जाने की व्यवस्था होने तक असम के मजदूर वहीं पर रहेंगे।
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मजदूरों के लिए ट्रेन की व्यवस्था
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मार्च को लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था। इस लॉकडाउन से सबसे ज्यादा प्रभावित मजदूर हुए थे। जिनके पास न तो खाने के लिए पैसा था और न ही घर जाने के लिए साधन। इस मुश्किल वक्त में सोनू सूद मजदूरों के मसीहा बनकर सामने आए। सबसे पहले उन्होंने यूपी-बिहार के मजदूरों के लिए बस बुक करवा कर उन्हें घर पहुंचाने का काम शुरू किया। इसके बाद उन्होंने मजदूरों के लिए ट्रेन बुक करवाई। वहीं जब केरल में फंसी महिलाओं ने सोनू सूद से मदद मांगी, तो उन्होंने उनके लिए प्लेन बुक करवा दिया।
ट्विटर पर देते हैं जबरदस्त जवाब
मजदूरों की मदद के अलावा सोनू सूद ट्विटर पर भी काफी सक्रिय रहते हैं। जैसे ही कोई यूजर उन्हें टैग करके कुछ लिखता है, सोनू तुरंत उसे जवाब देते हैं। हाल ही में एक ट्विटर यूजर ने सोनू से पूछा था कि वो थकते नहीं हैं, जिस पर उन्होंने बहुत ही तगड़ा जवाब दिया था। सोनू सूद ने लिखा कि एक बार मजदूर भाई घर पहुंच जाएं, तो चैन से आराम करूंगा। अपनी इसी दरियादिली की वजह से सोनू सूद इन दिनों सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। वहीं बिहार में प्रवासी मजदूर सोनू सूद की मूर्ति बनवाने की योजना बना रहे हैं।