सोनू सूद ने प्रवासी मजदूरों के बाद महाराष्ट्र पुलिस के लिए किया बड़ा काम
नई दिल्ली- कोरोना-लॉकडाउन में सैकड़ों प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के बाद ऐक्टर सोनू सूद ने महाराष्ट्र पुलिस के लिए बहुत बड़ा काम किया है। उन्होंने राज्य पुलिस को कोरोना वायरस से रक्षा के लिए 25,000 फेस शील्ड दान में दिया है। यह जानकारी खुद महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने दी है। उन्होंने अभिनेता की इस सेवा भाव की जमकर तारीफ की है। गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान जब ट्रेनें पूरी तरह से बंद थी और लाखों की तादाद में प्रवासी मजदूर देश के अलग-अलग भागों में फंस गए थे तो सोनू सूद उन्हें स्पेशल बसों के जरिए उनके घरों तक पहुंचाने का काम किया। इस वैश्विक महामारी के दौरान उन्होंने हर मोर्चे पर जिस दरियादिली का परिचय दिया है, वैसे उदाहरण बहुत कम ही देखने को मिलते हैं।
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महाराष्ट्र पुलिस को दिए 25,000 फेस शील्ड
बुधवार तक के आंकड़ों पर गौर करें तो महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के चलते 82 पुलिस वालों की मौत हो चुकी है। इनके अलावा राज्य में कोविड-19 से संक्रमित होने वाले पुलिसकर्मियों की संख्या 6,000 से भी ज्यादा हो चुकी है। लेकिन, बावजूद इसके ये कोरोना वॉरियर अपनी जिम्मेदारियों से मुंह नहीं मोड़ रहे। ऐसे ही कोरोना वॉरियर की चिंता की है बॉलीवुड के दिलवाले अभिनेता सोनू सूद ने, जिन्होंने महाराष्ट्र के पुलिस वालों की रक्षा के लिए डिपार्टमेंट को 25,000 कोरोना फेस शील्ड गिफ्ट किया है। जाहिर है कि कोरोना के दौरान ड्यूटी देने वाले डॉक्टरों, मेडिकल स्टाफ और पुलिसकर्मियों के लिए फेस शील्ड बहुत ज्यादा जरूरी है, क्योंकि इनके संक्रमित होने का खतरा बहुत ज्यादा रहता है। इसलिए सूद ने अब ऐसे पुलिस वालों को सुरक्षित बनाने का काम किया है। गौरतलब है कि इससे पहले सूद सैकड़ों प्रवासी मजदूरों की मदद करके लाखों दिलों में हमेशा-हमेशा के लिए जगह बना चुके हैं और उनके काम की खूब वाहवाही हो रही है। हकीकत तो ये है कि उनकी वजह से बॉलीवुड के कुछ और लोगों को भी प्रेरणा मिली है और उन्होंने भी जरूरतमंदों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है।
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पुलिस वाले ही हमारे असल हीरो हैं- सोनू सूद
महाराष्ट्र पुलिस को फेस शील्ड दान देने पर राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने उनसे मुलाकात की दो तस्वीरें ट्विटर पर शेयर करके लिखा है, 'हमारे पुलिस कर्मियों के लिए 25,000 फेस शील्ड देने के आपके उदार योगदान के लिए सोनू सूद जी मैं को धन्यवाद देता हूं। ' गृहमंत्री के ट्वीट के जवाब में सोनू सूद ने भी उनके लिए ट्वीट किया है और लिखा है, 'आपके उदार शब्दों से सचमुच सम्मानित महसूस कर रहा हूं सर! मेरे पुलिस के भाई और बहन हमारे असली हीरो हैं और वो जो सराहनीय कार्य कर रहे हैं, उनके लिए मैं कम से कम इतना तो कर ही सकता हूं। '
प्रवासी मजदूरों की दिल खोलकर मदद की
बता दें कि सोनू सूद तब खूब चर्चा में आए, जब देशव्यापी लॉकडाउन था। उन्होंने पूरे देशभर में प्रवासी मजदूरों को भेजने और निकालने में उनकी सहायता की। इसके लिए सूद ने अपनी टीम के साथ मिलकर एक टॉल-फ्री लंबर लॉन्च किया, जिसके जरिए कोई भी प्रवासी उनसे आसानी से संपर्क कर सकता और अपने या अपनों के लिए मदद मांग सकता था। उनके काम की तारीफ महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से लेकर दूसरी बड़ी हस्तियां भी कर चुकी हैं। जबकि, उनके फैंस तो उनके प्रयासों के बारे में जानकर बहुत ही ज्यादा गौरांवित अनुभव कर रहे हैं। बुधवार को यह भी घोषणा की गई है कि सूद कोरोना महामारी के दौरान प्रवासियों की मदद के बारे में अपने अनुभव को लेकर एक किताब लिखेंगे। इस किताब का नाम अभी सामने नहीं आया है, लेकिन इसका प्रकाशन पेंग्वुन रैंडम हाउस करने वाला है।
मेडिकल स्टाफ के लिए अपना होटल खोल चुके हैं सूद
यही नहीं सोनू सूद ने उन प्रवासी मजदूरों के 400 से ज्यादा परिवारों को भी आर्थिक सहायता पहुंचाई है, जो लॉकडाउन के दौरान हुए हादसों में या तो मारे गए थे या जो जख्मी हो गए थे। यही नहीं अब सोनू सूद ने पुलिस कर्मियों को फेस शील्ड दिया है, लेकिन इससे काफी पहले वो कोरोना फाइटर्स मेडिकल स्टाफ के ठहरने के लिए मुंबई में अपना 6 मंजिला होटल भी दे चुके हैं।