कांग्रेस संसदीय दल की नेता चुने जाने के बाद बोलीं सोनिया गांधी, राहुल ने मेहनत तो बहुत की
नई दिल्ली। कांग्रेस ने संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद सोनिया गांधी ने पार्टी अध्यक्ष और अपने बेटे राहुल गांधी का समर्थन किया है। अपने संबोधन में सोनिया गांधी ने कहा, कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते राहुल ने चुनाव में काफी मेहनत की और अपनी ओर से सभी मुमकिन कोशिशें की लेकिन नतीजे हमारी उम्मीदों के हिसाब से नहीं आए। उन्होंने कहा कि जनता का जो निर्णय है उसे स्वीकारते हुए हम विपक्ष की भूमिका निभाएंगे।
रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी ने कहा कि हम उन 12.13 करोड़ मतदाताओं का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने कांग्रेस पार्टी पर भरोसा किया। सोनिया ने पार्टी कार्यकर्ताओं को निराश ना होने और जोश के साथ काम करने की बात कहते हुए कहा कि चुनाव में हार का पार्टी की विचारधारा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। हम अपने आदर्श पर टिके हुए हैं। चुनाव में हार का हमारी विचारधारा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हम सरकार के सकारात्मक काम का समर्थन करेंगे लेकिन अगर यह हमारे खिलाफ काम करते हैं तो हम आखिरी सांस तक लड़ेंगे।
भाजपा के 303 से मुकाबला करने के लिए हमारे 52 काफी, बोले राहुल गांधी
सोनिया गांधी के नेता चुने जाने के बाद बैठक में राहुल गांधी ने भी मतदाताओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का धन्यवाद किया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि श्रीमती सोनिया गांधी को कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुने जाने पर बधाई। उनके नेतृत्व में, कांग्रेस एक मजबूत और प्रभावी विपक्षी पार्टी साबित होगी, जो भारत के संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष करेगी। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस के सभी सदस्यों को यह याद रखना चाहिए कि आप संविधान और भारत के लोगों के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे 52 सांसद इंच-इंच की लड़ाई लड़ेंगे, हमें आक्रामक बने रहना है।
बता दें कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है। 2014 में 44 सीटों पर सिमट गई कांग्रेस इस बार भी सिर्फ 52 सीटें जीत पाई है। भाजपा ने अकेले 303 सीटों पर जीत हासिल की है और नरेंद्र मोदी फिर से पीएम बने हैं। चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बाद डीएमके को 23 जबकि वायएसआर कांग्रेस और टीएमसी को 22-22 सीटों पर जीत मिली है।
कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी को संसदीय दल का नेता चुना गया