लोगों की आशंकाएं जायज, भाजपा सरकार की बर्बरता के खिलाफ हम लोगों के साथ: सोनिया गांधी
नई दिल्ली। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देशवासियों के नाम एक संदेश जारी किया है। सोनिया गांधी ने अपने मैसेज में केंद्र सरकार की आलोचना की है और लोगों के साथ खड़े होने की बात कही है। उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि कांग्रेस पार्टी देशभर में छात्रों, युवाओं के साथ भाजपा सरकार की दमनकारी नीति पर संवेदना जाहिर करती है।
रायबरेली सांसद गांधी ने कहा है, भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ देश में प्रदर्शन हो रहे हैं। लोकतंत्र में लोगों को अपनी आवाज उठाने, विरोध जताने का हक है। सरकार का भी कर्तव्य है कि नागरिकों की बात सुने लेकिन दुख की बात है कि भाजपा लोगों की आवाज को सुन नहीं रही। असहमति की आवाज को बर्बरता से कुचला जा रहा है। लोकतंत्र में ये स्वीकार नहीं किया जा सकता। कांग्रेस इस सरकार की इन नीतियों की पुरजोर निंदा करती है और भारतीयों के साथ खड़ी है।
सोनिया गांधी ने कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून भेदभावपूर्ण है। नोटबंदी की तरह एक बार फिर एक-एक व्यक्ति को अपनी एवं अपने पूर्वजों की नागरिकता साबित करने के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ेगा। एनआरसी समाज के गरीब और कमजोर तबके को बेहद नुकसान पहुंचाएगी, लोगों की आंशकाएं जायज हैं। कांग्रेस संविधान के बुनियादी मूल्यों को बचाने के लिए लोगों के साथ है।
नागरिकता संशोधन कानून भेदभावपूर्ण है। नोटबंदी की तरह एक बार फिर एक-एक व्यक्ति को अपनी एवं अपने पूर्वजों की नागरिकता साबित करने के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ेगा : कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी #IndiaAgainstCAA pic.twitter.com/DutghemChe
— Congress (@INCIndia) December 20, 2019
बता दें कि नागरिकता संशोधन एक्ट, 2019 को हाल ही में सदन से मंजूरी मिली है। इस कानून में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदाय के शरणार्थियों को नागरिकता का प्रस्ताव है। कांग्रेस समेत ज्यादातर विपक्षी दल और कई सामाजिक संगठन इस बिल का विरोध कर रहे हैं। देशभर की बड़ी यूनिवर्सिटियों के छात्र भी इसके खिलाफ सड़कों पर हैं। विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि धर्म के आधार पर कानून बनाना भारत के संविधान पर हमला है।
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