त्रिशंकु लोकसभा के संकेतों के बीच सोनिया गांधी का बड़ा फैसला, बैठक के लिए विपक्ष के नेताओं के भेजा न्योता
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए अब आखिरी चरण की वोटिंग बची हुई है। ऐसे में राजनीतिक पार्टियां अब सत्ता हासिल करने के लिए रणनीति तैयार करने में जुट गई हैं। सोनिया गांधी ने चुनाव परिणाम के दिन एक बैठक आयोजित की है जिसमें कई गैर-एनडीए दलों के साथ-साथ BJD, YSRCP, TDP और TRS ने नेताओं को आमंत्रित किया गया है। इसके लिए इन पार्टी के नेताओं को एक पत्र भेजा गया है।
त्रिशंकु के संकेत के बाद एक्टिव हुईं सोनिया गांधी
सूत्रों की माने तो चुनाव प्रचार से दूर रहने वाले सोनिया गांधी अब एक्टिव हो गईं हैं और वो खुद व्यक्तिगत रूप से इन पार्टी के नेताओं को पत्र लिख रही हैं। ताकि आगे के लिए रोडमैप तैयार किया जा सके और रणनीति बनाई जा सके। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार टीआरएस को बैठक में बुलाने के पीछे कहानी यह है कि मंगलवार को ही यूपीए की सहयोगी पार्टी डीएमके के नेता के साथ उनकी मुलाकात हुई। जिसमें यह बात निलकर आई है कि केंद्र में सरकार बनाने के लिए यूपीए का समर्थन करें।
सोनिया गांधी ने बैठक के लिए किया आमंत्रित
इधर ओडिशा में बीजद को लेकर भी सूत्रों से खबर मिल रही है कि मध्य प्रदेश की सीएम कमलनाथ ने व्यक्तिगत रूप से ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से बात की है और उन्हें बैठक के लिए आमंत्रित किया है। बता दें कि फानी तूफान को लेकर जब पीएम मोदी ने ओडिशा के कुछ इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया था तो उसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की तारीफ की थी। लेकिन अब ये देखना है कि कांग्रेस बीजद को अपनी लॉबी में शामिल कर पाती है या नहीं।
ये तीन दल निभा सकते हैं अहम भूमिका
बता दें कि साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में ये तीनों दल बीजद, टीआरएस और वाईएसआरसीपी ने क्रमश: 20, 11 और 8 सीटें जीती थीं। ऐसे में अगर पूर्ण बहुमत किसी को नहीं मिला तो इन क्षेत्रीय पार्टियों की सरकार बनाने में भूमिका काफी अहम हो जाएगी। इन्ही सब चीजों को देखते हुए कांग्रेस अभी से रणनीति बनाने में जुट गई है। लेकिन कांग्रेस ने इस बार मुख्यमंत्री कमलनाथ पर भरोसा जताया है और विपक्षी नेताओं से बातचीत शुरू करने की जिम्मेदारी भी उन्हीं को सौपी गई है।
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