महाराष्ट्र: कांग्रेस के शिवसेना को सपोर्ट देने पर सोनिया गांधी के करीबी अहमद पटेल ने दिया बड़ा बयान
मुंबई: महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर सियासी सरगमियां तेज हो गई हैं। राज्य में सत्ता के बंटवारो को लेकर बीजेपी-शिवसेना का गठबंधन केंद्र में भी टूट गया है। पार्टी के सीनियर नेता और केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने मोदी सरकार से कैबिनेट मंत्री के तौर पर इस्तीफा दिया है। इसी बीच शिवसेना के एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।
अहमद पटेल के बयान ने बढ़ाईं मुश्किलें
शिवसेना को उम्मीद है कि वो कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बना लेगी। वहीं मीडिया रिपोट्स के मुताबिक सोनिया गांधी के करीबी अहमद पटेल ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। इसके बाद शिवसेना की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इधर एनसीपी के दिग्गज नेता प्रफुल्ल पटेल ने भी कहा कि नई सरकार गठन को लेकर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
'पार्टी हाईकमान लेगा फैसला'
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक महाराष्ट्र में कांग्रेस के 44 विधायकों में से 7 विधायक शिवसेना के साथ सरकार बनाने के पक्ष में नहीं है। हालांकि पार्टी के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हाईकमान ही इस पर कोई फैसला करेगा। इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने हमें विपक्ष में रहने का फैसला दिया है और यही मौजूदा स्थिति है।
शरद पवार ने क्या कहा था?
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने शिवसेना के अरविंद सावंत के मोदी सरकार से इस्तीफा देने पर कहा कि उनकी सावंत केस इस्तीफे को लेकर सरकार से कोई बातचीत नहीं हुई है। वो अपनी सहयोगी पार्टी कांग्रेस के साथ विचार-विमर्श करके ही महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर कोई फैसला लेंगे। वहीं कांग्रेस की दिल्ली में शिवसेना को सपोर्ट करने को लेकर कांग्रेस वर्किंग कमेटी की अहम बैठक है।
महाराष्ट्र में क्या हैं सियासी समीकरण
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में पिछले महीने संपन्न विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीट में से बीजेपी को सर्वाधिक 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत हासिल हुई है। चुनाव पूर्व गठबंधन कर चुनाव लड़ी बीजेपी और शिवसेना को कुल मिलाकर 161 सीटें मिली हैं। लेकिन सीएम पद को लेकर दोनों पार्टियों में गतरोध शुरू हो गया और गठबंधन टूट गया। महाराष्ट्र विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल नौ नवंबर को खत्म हो गया। राज्यपाल ने बीजेपी को पहले सरकार बनाने को निमंत्रण दिया। बीजेपी के सरकार बनाने पर असमर्थता जताने पर शिवसेना से राज्यपाल ने सरकार बनाने को कहा है।
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