शीला दीक्षित को याद कर भावुक हुईं सोनिया, कहा- उन्होंने बड़ी बहन के रूप में मेरा मार्गदर्शन किया
नई दिल्ली। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की दिग्गज नेता रहीं शीला दीक्षित के प्रार्थना सभा में सोनिया गांधी भावुक हो गई थीं। सभा में उन्होंने कहा कि वह मेरे बुरे वक्त में मेरा साथ खड़ी थीं। बाद में मैं जब परेशानियों से बाहर आने में सक्षम हो गई तो उन्होंने मुझसे कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी लेने का आग्रह किया और जब मैंने उसे स्वीकारा तो वह मुझे हमेशा एक बड़ी बहन के रूप में मार्गदर्शन करती रहती थीं।
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की दिग्गज नेता शीला दीक्षित का 20 जुलाई को निधन हो गया। शीला दीक्षित काफी समय से बीमार चल रही थीं और तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दिल्ली के एस्कॉर्ट्स अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। शीला दीक्षित 81 वर्ष की थीं और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष का पद संभाल रहीं थी। शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था। वो लगातार 15 सालों तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं थी और 2014 में उन्हें केरल का राज्यपाल बनाया था।
उनके निधन के बारे में जानकारी देते हुए एस्कॉर्ट हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. अशोक सेठ ने बताया था कि, 'अस्पताल में डॉक्टरों की एक टीम उनकी हालत पर लगातार नजर बनाए हुए थी। लेकिन दोपहर 3:15 बजे उन्हें फिर से दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। दोपहर को 3 बजकर 55 मिनट पर उनका निधन हो गया।' बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में वो दिल्ली की उत्तर-पूर्व दिल्ली सीट से चुनाव लड़ीं थी। हालांकि इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
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