सोमनाथ भारती बोले- IIT ने बीजेपी के दबाव में पुरस्कार से हटाया मेरा नाम, चेतन भगत ने दिया जवाब
नई दिल्ली। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) में प्रतिष्ठित पूर्व छात्र पुरस्कार 2018 समारोह को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती और माइक्रोब्लॉगिंग साइट प्रसिद्ध लेखक चेतन भगत आमने-सामने हो गए हैं। दरअसल सोमनाथ भारती ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की दबाव की वजह से उनका नाम पुरस्कार की इस सूची से हटा दिया गया। भारती ने ट्वीट करते हुए कहा कि अगर राजनेता होने की वजह से उनका नाम हटा दिया गया था तो राज्य मंत्री जयंत सिन्हा का नाम भी हटा देना चाहिए था।
सोमनाथ भारती ने ट्वीट करते हुए कहा कि प्रतिष्ठित पूर्व छात्र पुरस्कार-2018 पाने वाले वेंकट एन पद्मनाभ, सुंमत सिन्हा, रघु हरी डालमिया और चेतन भगत आप सभी को बहुत बधाई, लेकिन आईआईटी दिल्ली ने बीजेपी के दबाव में आकर सूची से मेरे नाम को बाहर किया। वहीं दूसरे ट्वीट में भारती ने कहा कि अगर मेरा नाम इसलिए बाहर कर दिया गया क्योंकि मैं राजनीतिक व्यक्ति था, तो जयंत सिन्हा राजनेता नहीं थे क्या, जब आपने उन्हें डीए पुरस्कार से सम्मानित किया। यह बहुत दुख की बात है कि पुरस्कार विजेताओं को चुनने में संस्थान अपनी स्वायत्ता खो देता है। मैं उन सभी का निंदा करता हूं जिन्होंने आप पर ऐसा करने के लिए दबाव बनाया।
चेतन
भगत
ने
भारती
के
आरोपों
को
बताया
निराधार
सोमनाथ
भारती
के
आरोप
को
चेतन
भगत
ने
निराधार
बताया।
चेतन
भगत
ने
भारती
पर
आईआईटी
और
पुरस्कार
विजेताओं
को
बदनाम
करने
का
आरोप
लगाया।
उन्होंने
कहा
कि
आईआईटी
संस्थान
के
लिए
सत्ता
में
बैठी
बीजेपी
कई
महत्व
नहीं
रखती
है।
चेतन
ने
अपने
दूसरे
ट्वीट
में
कहा
कि
मुझे
यकीन
है
कि
आप
इसके
योग्य
थे
लेकिन
आपसे
अनुरोध
है
कि
आप
मेरे,
संस्थान
और
जो
भी
लोग
पुरस्कार
जीते
हैं
उनका
नाम
न
घसीटें।
क्योंकि
आपके
इस
आरोप
का
कोई
आधार
नहीं
है।
आईआईटी
निष्पक्ष
हैं।
बता
दें
कि
चेतन
भगत
की
अगली
पुस्तक
'द
गर्ल
इन
रूम
105
-
एक
अनोखी
कहानी'
अक्टूबर
में
रिलीज
होने
वाली
है।
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