किसान आंदोलन की आड़ में नाटक कर रहे हैं कुछ राजनीतिक दल: फडणवीस
मुंबई। किसान आंदोलन को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल किसान आंदोलन को लेकर ड्रामा कर रहे हैं। फडणवीस ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के मुद्दों पर ड्रामा कर रहे हैं और गलत जानकारियां फैला रहे हैं। उनकी यह टिप्पणी मुंबई में किसानों की ओर से आयोजित की जा रही रैली के बाद कही, जिसका एनसीपी और कांग्रेस ने समर्थन किया है।
मीडिया से बातचीत में फडणवीस ने कहा, "महाराष्ट्र में कांग्रेस एनसीपी ने पहले ही कॉन्ट्रैक्ट खेती शुरू कर दी थी। तब से लेकर आज तक महाराष्ट्र में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग चल रही है। महाराष्ट्र में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग का कानून बने तो ठीक और केंद्र सरकार बनाए तो गलत इस तरह की जो दोगली नीति नहीं चलने वाली है। कांग्रेस ने तो 2019 में अपने घोषणापत्र में तक लिखा था कि अगर देश में उनकी सरकार बनी तो एपीएमसी को रद्द कर दिया जाएगा। इस तरह दोगली नीति बोलने वाले बहती गंगा में हाथ धोने का काम कर रहे हैं। महाराष्ट्र के किसानों का इस आंदोलन को कोई समर्थन नहीं है।"
उन्होंने यह भी दावा किया कि किसानों की उपज की सीधी खरीद के लिए पिछले कांग्रेस-राकांपा शासन ने 29 लाइसेंस जारी किए गए थे। इस बीच, फडणवीस ने भाजपा के कई कार्यकर्ताओं के साथ भंडारा में विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रदर्शन भी किया। प्रदर्शन से पहले उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वह भंडारा के अस्पताल में पिछले महीने आग लगने से 10 बच्चों की मौत के मामले के संबंध में राज्य सरकार की ''असंवेदनशील'' रवैये के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने भंडारा में धान की खरीद के दौरान ''व्यापक भ्रष्टाचार'' का भी आरोप लगाया।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के 21 जिलों के किसान राजधानी मुंबई की ओर कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। किसानों की संख्या 15 हजार के करीब है। ऑल इंडिया किसान सभा की महाराष्ट्र इकाई ने यह जानकारी दी है कि किसान गाड़ियों,जीप और ट्रक में लाल झंडे लेकर मुंबई पहुंच रहे हैं। एनसीपी और कांग्रेस ने इस रैली को अपना समर्थन दिया है।