CAA पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत बोले, कुछ मुस्लिम अपने ही समुदाय में फैला रहे डर
गोरखपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि कुछ मुस्लिम नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर अपने ही समुदाय में डर पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस कानून से डरने की कोई जरूरत नहीं है। इस डर और भ्रम को दूर करने के लिए मुस्लिम समाज के शिक्षित और बुद्धिजीवी लोगों को आगे आना चाहिए।
बुद्धिजीवी मुस्लिमों को आगे आना चाहिए
मोहन भागवत ने कहा, 'भारत में शिक्षित और बुद्धिजीवी मुस्लिम लोगों को आगे आना चाहिए और इस डर को दूर करना चाहिए। हिंदू और मुस्लिम दोनों ही देश के नागरिक हैं और उनके (मुस्लिम) इस कानून से डरने के पीछे कोई कारण ही नहीं है।' भागवत ने ये बात संघ के कार्यकर्ताओं के साथ मंगलवार को हुई बैठक में कही है। आरएसएस प्रमुख ने अपने कार्यकर्ताओं को अपनी आय का एक हिस्सा सामाजिक कल्याण के कार्यों पर खर्च करने के लिए भी कहा है।
'संगठन के विस्तार में शामिल हों'
उन्होंने कहा कि जाति और वर्ग विभाजन भारतीय समाज के लिए एक अभिशाप रहा है और सामाजिक समानता सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाता रहा है। भागवत ने अपने कार्यकर्ताओं से ये भी कहा कि अहंकार को दूर कर संगठन के विस्तार में शामिल हों। आरएसएस बीते 95 वर्षों से इस अवधारणा पर जीवित है और हमें उन्हीं सिद्धांतों का पालन करने की जरूरत है।
'देश के हर गांव में 'शाखा' स्थापित करना'
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हर व्यक्ति को राष्ट्र निर्माण का हिस्सा होना चाहिए। आरएसएस का लक्ष्य 2025 तक देश के हर गांव में 'शाखा' स्थापित करना है। उन्होंने सभी आरएसएस पदाधिकारियों से इस लक्ष्य की दिशा में काम करने का आग्रह किया।
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