कोरोना वायरस से देश में अब तक हुई 10 मौतों के बारे में कुछ जरूरी बातें
नई दिल्ली- देश में अब तक कोरोना वायरस की चपेट में आकर 10 लोगों ने असमय दम तोड़ा है। अगर इन सभी मृतकों के लक्षण, उनकी उम्र, उनमें पहले से मौजूद बीमारियों के बारे में जानेंगे तो कई आंखें खोल देने वाली बातें सामने आती हैं। 10 में से 5 मरीज में तो एक बात सामान्य बात ये नजर आई है कि उन सबकी उम्र 65 साल या उससे ज्यादा है। इन मरीजों में और क्या-क्या समानताएं हैं, उनमें से कौन कैसे और कहां इस वायरस के संपर्क में आया और क्या उनमें से सारे पहले से ही कुछ बीमारियों की चपेट में थे या उनमें से कोई पूरी तरह स्वस्थ भी था या सिर्फ कोरोना की वजह से उनकी असामयिक मौत हो गई? आइए इन सभी दसों केस पर एक-एक कर नजर डाल लेते हैं।
कोरोना ने सबसे पहले इस बुजुर्ग को शिकार बनाया
देश में जिन 10 कोविड-19 पॉजिटिव मरीजों ने दम तोड़ा है, उनमें सबसे ज्यादा तीन महाराष्ट्र से हैं। इसके बाद कर्नाटक, दिल्ली, गुजरात, पश्चिम बंगाल , हिमाचल प्रदेश, पंजाब और बिहार से एक-एक मरीजों की मौत हुई है। भारत में कोरोना ने अपना पहला शिकार कर्नाटक के कलबुर्गी में 76 साल के एक बुजुर्ग को बनाया था। वे पिछले महीने ही सऊदी अरब से लौटे थे। उनका पहले हल्के न्यूमोनिया की शिकायत पर हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में इलाज चला और बाद में उनके परिवार वाले उन्हें सांस लेने में तकलीफ, सर्दी और कफ की शिकायत लेकर कर्नाटक के कलबुर्गी स्थित गुलबर्गा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज ले आए जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों के मुताबिक वे पहले से ही हाइपरटेंशन, डायबिटीज और अपेंडिसाइटिस के मरीज थे।
10 मृतकों में सिर्फ एक महिला
कोरोना वायरस ने कलबुर्गी की घटना के अगले ही दिन यानि 13 मार्च को दिल्ली में देश के दूसरे नागरिक को अपना शिकार बना लिया। दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 69 साल की महिला ने इसकी चपेट में आकर दम तोड़ दिया। उनका बेटा इटली से लौटा था और वह भी अस्पताल में भर्ती है। देश में अब तक जिन 10 लोगों की इससे मौत हुई उनमें ये अकेली महिला हैं। ये बुजुर्ग भी पहले से ही डायबिटीज और हाइपरटेंशन की मरीज थीं।
मुंबई में दुबई से लौटे बुजुर्ग की हुई मौत
महाराष्ट्र में न सिर्फ कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है, बल्कि वहीं सबसे ज्यादा यानि तीन लोगों ने इसकी वजह से दम भी तोड़ा है। पहला मामला 64 साल के बुजुर्ग का था। मुंबई के घाटकोपर इलाके में रहने वाले ये बुजुर्ग हाल ही में दुबई से लौटे थे। उन्हें न्यूमोनिया की शिकायत पर मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। वो पहले हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग के मरीज थे।
मुंबई में दूसरे बुजुर्ग की मौत
महाराष्ट्र में दूसरी मौत भी मुंबई में ही हुई थी। इसमें 63 साल के एक कोरोना पॉजिटव बुजुर्ग ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। पहले इनका इलाज एक निजी अस्पताल में चला था। ये क्रोनिक डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, और हृदय से संबंधित रोगों के मरीज थे। इनमें सांस की तकलीफ बहुत बढ़ गई थी और आखिरकार इसी वजह से उन्होंने दम तोड़ दिया। इनकी पत्नी भी कोविड-19 पॉजिटिव पाई गईं हैं, जिनका इलाज अभी भी चल रहा है।
मुंबई के तीसरे मृतक यूएई से लौटे थे
महाराष्ट्र में तीसरी मौत भी मुंबई में ही हुई है। ये मृतक भी 65 साल के थे और यूएई से अहमदाबाद होते हुए मुंबई लौटे थे। बीएमसी के लोगों के मुताबिक ये बुजुर्ग भी पहले से ही हाई ब्लडप्रेशर और डायबिटीज की समस्या से पीड़ित थे।
गुजरात में बुजुर्ग की मौत
महाराष्ट्र से सटे गुजरात में भी कोरोना वायरस एक बुजुर्ग को अपना शिकार बना चुका है। सूरत में 67 साल के एक बुजुर्ग की वहां के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। कोरोना से पीड़ित ये बुजुर्ग दिल्ली और जयपुर से ट्रेन से यात्रा कर सूरत आए थे। ये भी वृद्धा अवस्था से जुड़े कई रोगों की चपेट में बताए जा रहे थे।
हिमाचल में तिब्बती नागरिक की मौत
कोरोना वायरस से हिमाचल प्रदेश में भी एक शख्स की मौत हो चुकी है। ये भी 69 साल के बुजुर्ग थे और तिब्बती नागरिक थे। वो 15 मार्च को ही अमेरिका दिल्ली लौटे थे। सांस लेने की तकलीफ के बाद पहले उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। हालत बिगड़ती गई और फिर टांडा अस्पताल में रेफर किया गया जहां उनकी मौत हो गई।
कोलकाता में 55 साल के शख्स की मौत
पश्चिम बंगाल में 55 साल के रेलवे कर्मचारी को सांस लेने में बहुत ज्यादा तकलीफ और कफ की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कोलकाता के एएमआरआई अस्पताल में उनका इलाज चला। दो दिन पहले ही उनका रिपोर्ट पॉजिटिव आया था। हृदयगति रुकने से उनका निधन हो गया। वे इटली से लौटे थे।
पंजाब में बुजुर्ग की मौत
पंजाब के जालंधर में भी 70 साल के एक बुजुर्ग कोरोना वायरस की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं। वो भारत में इस बीमारी से मरने वाले चौथे व्यक्ति थे। वो भी पहले से ही हृदय संबंधी रोगों और डायबिटीज के मरीज थे। हाल ही में जर्मनी से स्वदेश लौटकर आए थे।
पटना में सिर्फ 38 साल के शख्स की मौत
बिहार में कोरोना वायरस हुई पहली मौत अब तक सबसे चौंकाने वाला रहा है। पटना के एम्स में महज 38 साल के व्यक्ति की इस बीमारी के कारण मौत हो गई है। यह सबसे कम उम्र में कोरोना से हुई मौत का मामला है। डॉक्टरों के मुताबिक ये आदमी भी पहले से किडनी संबंधी रोगों से ग्रसित था। बिहार के मुंगेर का रहने वाला ये शख्स कतर से लौटा था। इस तरह से 10 में से दो लोग 70 या उससे अधिक उम्र के थे, 6 लोग 63 से 69 साल के बीच के थे, एक 55 साल के और एक 38 साल के व्यक्ति को इस वायरस ने अपना शिकायर बनाया। यही नहीं ये भी साफ हुआ है कि हर मृतक पहले से किसी न किसी गंभीर बीमारी की चपेट में था।
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