CEO चंदा कोचर पर बंटा ICICI बैंक का बोर्ड, क्या देना पड़ेगा इस्तीफा?
नई दिल्ली। आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ चंदा कोचर के लिए आने वाले दिन परेशानी भरे हो सकते हैं, क्योंकि ऐसी खबर है कि जिस बैंक ने चंदा को पाक-साफ होने का प्रमाणपत्र दिया था, उसी बैंक के कुछ निदेशकों ने अब चंदा कोचर के खिलाफ सुर अलापा है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार कुछ बाहरी निदेशक चाहते हैं कि कर्ज मामले में निष्पक्ष जांच होने तक चंदा कोचर को सीईओ पद छोड़ देना चाहिए।
कार्यकाल 31 मार्च 2019 को समाप्त हो रहा है
इस मामले में बोर्ड चंदा से जल्द मुलाकात भी कर सकता है। आपको बता दें कि चंदा कोचर का वर्तमान कार्यकाल 31 मार्च 2019 को समाप्त हो रहा है। गौरतलब है कि विश्व की शक्तिशाली महिलाओं में शामिल होने वाली चंदा कोचर इस वक्त भ्रष्टाचार और परिवारवाद के घेरे में हैं।
अंदर ही अंदर मचा है घमासान
आपको बता दें कि वीडियोकॉन को दिए गए 3250 करोड़ रुपए के लोन मामले में ICICI बैंक से लेकर सीईओ चंदा कोचर की शाख पर सवालिया निशान लगे हैं, चंदा कोचर के ऊपर आरोप लगने की वजह से ICICI बैंक पूरी तरह से हिल गया है जिसके लिए अब बैंक के चेयरमैन एम के शर्मा को इस मामले पर बयान भी देना पड़ा था, हालांकि शर्मा ने कोचर की तारीफ करते हुए उन्हें क्लीन-चिट दी थी।
आईसीआईसीआई के प्रवक्ता ने खबर को गलत करार दिया
रिपोर्ट के मुताबिक आईसीआईसीआई के बोर्ड में 9 स्वतंत्र निदेशक हैं, इनमें बैंक के चेयरमैन, एलआईसी के प्रमुख भी शामिल हैं, जिनमें से आधे लोग अब चंदा के खिलाफ खड़े हो गए हैं। हालांकि इस बारे में आईसीआईसीआई के प्रवक्ता से जब पूछा गया तो उन्होंने सारी रिपोर्ट को बेबुनियाद और निराधार बताया और कहा कि मामला सीबीआई के पास है, सच-झूठ का पता जल्द ही लगेगा।
सीबीआई कर रही है जांच
आपको बता दें कि सीबीआई ने रविवार को आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की कंपनी न्यूपॉवर रिन्यूएबल्स के निदेशक उमानाथ वैकुंठ नायक से पूछताछ की थी यही नहीं सीबीआई इस मामले को लेकर के चंदा कोचर के देवर को भी हिरासत में ले चुकी है और वीडियोकॉन के मालिक वेणुगोपाल धूत और चंदा कोचर के पति दीपक कोचर के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी हो चुका है।
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