सोहराबुद्दीन एनकाउंटर: सीबीआई का दावा IPS अधिकारी ने नष्ट किए दस्तावेज
नई दिल्ली। शोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस में जिस पुलिस अधिकारी पर शोहराबुद्दीन को गोली मारने का केस चल रहा है, उसका कहना है कि इस मामले की जांच अनुमान, अटकलबाजी, कल्पना और परिकल्पना के आधार पर नहीं हो सकती है। कोर्ट में अपने वकील के जरिए पुलिस अधिकारी ने दावा किया है कि उनके खिलाफ किसी भी तरह के सबूत नहीं हैं, लिहाजा मामले की जांच सिर्फ कल्पना के आधार पर नहीं चल सकती है। वहीं सीबीआई ने राजस्थान पुलिस के अधिकारी अब्दुल रहमान के दावे को खारिज किया है।
सीबीआई का कहना है कि शोहराबुद्दीन पर अब्दुल रहमान ने गोली चलाई थी और बाद में उन्होंने इसका मामला दर्ज किया था, जिसके आधार पर एफआईआर दर्ज की गई थी। लेकिन सीबीआई के इस दावे को रहमान ने खारिज किया है। सीबीआई की विशेष अदालत में शोहराबुद्दीन मामले की अंतिम चरण की सुनवाई में रहमान ने सीबीआई के दावे को खारिज किया है। रहमान ने पिछले हफ्ते कोर्ट में बयान दिया था कि उन्होंने कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई थी।
रहमान ने कहा कि मुझपर कई लोगों का दबाव था कि मैं इस बात को कहूं कि एफआईआर सही है। वहीं आईपीएस अधिकारी राजकुमार पंडियान के गनमैन का कहना है कि जो व्यक्ति अपने वरिष्ठ के आदेश के बिना एक कदम आगे नहीं बढ़ा सकता है, उसे जानबूझकर बलि का बकरा बनाया गया है। वहीं दूसरी तरफ तुलसी प्रजापति एनकाउंटर मामले में आशीष पांड्या को सीबीआई ने आरोपी बनाया है। आशीष पांड्या के वकील का कहना है कि खुद की जान बचाने के लिए गोली चलाई गई थी। उन्होंने कहा कि प्रजापति ने दो बार हमला किया था।
पांड्या के वकील का कहना है कि प्रजापति के शरीर में तीन गोलियां लगी थी, लेकिन अभी तक यह साबित नहीं हो सका है कि क्या प्रजापति की मौत पांड्या की गोली से हुई है। यही नहीं इस एनकाउंटर में पांड्या के बाएं हाथ में भी गोली लगी थी। इसे भी अभी तक साबित नहीं किया जा सका है कि यह गोली खुद से मारी गई है। हालांकि सीबीआई का कहना है कि तत्कालीन गुजरात एटीएस चीफ डीजी वंजारा ने आईपीएस अधिकारी विपुल अग्रवाल को निर्देश दिया था कि वह पांड्या को समन करें कि आखिर कैसे उन्होंने छुट्टी पर होने के बाद भी प्रजापति का एनकाउंटर किया। सीबीआई का कहना है कि पांड्या के छुट्टी पर होने के दस्तावेज को अग्रवाल ने नष्ट किया है। वहीं पांड्या का कहना है कि इसका कोई सबूत नहीं है जिससे साबित हो कि प्रजापति की हत्या की साजिश में आरोपी भी शामिल है।
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