सोहराबुद्दीन केस: अदालत में सुनवाई के दौरान मुकर गए दो और गवाह , संख्या बढ़कर 47 हुई
मुंबईः सोहराबुद्दीन शेख कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में मंगलवार को दो ओर गवाह मुकर गए। मुंबई की अदालत में सुनवाई के दौरान दो और गवाहों ने अपने बयान बदल लिए। बता दें, अब तक 45 गवाह मुकर चुके थे, इन दो को मिलाकर अब ये संख्या 47 हो गई है। इन दो गवाहों के नाम मोहम्मद नइमुद्दीन और शिल्पन सिंह हैं। बताया जा रहा है कि मोहम्मद नइमुद्दी हैदराबाद में एक निजी बस सेवा का कर्मचारी था। नैमुद्दीन ने दावा किया था 22 नवंबर, 2005 की सुबह हैदराबाद से एक महिला सहित पांच यात्री उसकी बस में बैठे थे।
बयान से मुकर गए गवाह
सीबीआई के मुताबिक, इन यात्रियों में से एक सोहराबुद्दीन शेख था, जिसे गुजरात पुलिस की एक टीम ने गिरफ्तार किया। उस दिन ये लक्जरी बस से यात्रा कर रहे थे और बाद में मारे गए थे। हालांकि, बुधवार को नैमुद्दीन अपने पहले बयान के बयान से मुकार गया। वहीं, दूसरा गवाह शिल्प सिंह भी मुकर गया। इसने सीबीआई को दिए गए अपने बयान में कहा था कि मामले में आरोपी के हस्ताक्षर हुए तो वो वहीं मौजूद थे, लेकिन बुधवार को शिल्प सिंह ने कहा कि वो वहां मौजूद ही नहीं थे।
47 गवाह मुकर चुके हैं अपना बयान
सोहराबुद्दीन केस मामले में अभी तक 65 लोगों की गवाही हो चुकी है, जिसमें से 47 ने अपने बयान बदल लिए हैं। बता दें, मुंबई की एक अदालत ने 26 नवंबर, 2005 को गांधीनगर के निकट कथित मुठभेड़ के संबंध में भारतीय दंड संहिता के तहत पुलिस अधिकारियों सहित, 22 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत हत्या, अपहरण और सबूतों के विनाश के लिए आरोप लगाए थे।
अदालत में साबित नहीं हुआ है केस
महाराष्ट्र में सांगली जाने के रास्ते पर हैदराबाद पुलिस के आतंकवाद विरोधी दस्ते द्वारा कथित तौर पर आतंकियों के साथ कथित गैंगस्टर शेख और उनकी पत्नी कौसर बी को कथित रूप से अपहरण कर लिया गया था। दावा किया गया था कि सोहराबुद्दीन केस और उनकी पत्नी की हत्या की गई थी, लेकिन ये अभी तक साबित नहीं हो चुका है।
Bharat Bandh: राजस्थान में ड्यूटी पर तैनात सब इंस्पेक्टर को आया था हार्ट अटैक, आज हुई मौत