MLA हॉर्स ट्रेडिंग मामला: सचिन पायलट ही नहीं SOG ने CM गहलोत को भी भेजा था नोटिस
जयपुर। राजस्थान में राजनीतिक माहौल गरमा रहा है। राज्यसभा चुनाव के दौरान विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर शुरू हुई सियासत ने अब उथलपुथल बढ़ा दी है। इसी बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को एसओजी की ओर से पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया है। जिसमें उनसे इस मामले को लेकर बयान दर्ज कराने के लिए समय मांगा गया था। पहले खबर आई थी कि, एसओजी ने केवल सचिन पायलट को नोटिस भेजा था, लेकिन अब सामने आया है कि, एसओजी सीएम गहलोत को भी नोटिस भेजा था।
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राजस्थान एसओजी द्वारा नोटिस भेजे जाने से डिप्टी सीएम सचिन पायलट को सरकार से नाराज हैं। सचिन पायलट अपने कई समर्थक विधायकों के साथ दिल्ली में हैं। एसओजी की ओर से बताया गया है कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से मामले के बारे में विस्तार से पूछा जाएगा ना कि किसी किस्म की पूछताछ होगी। राजस्थान में विधायकों की खरीद फरोख्त मामले की जांच आतंकवाद निरोधी दस्ता एटीएस को सौंप दी गई है। इस मामले की जांच एटीएस डीआईजी की मॉनिटिरिंग में होगी।
राजस्थान में एसओजी और एसीबी इस समय विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले की जांच कर रही है। एसीबी तीन निर्दलीय विधायकों से पूछताछ कर रही है। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रात में अचानक मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई। इसके बाद तीन विधायकों को सहयोगियों की सूची से बाहर कर दिया गया। उधर, दिन में गहलोत ने आरोप लगाया कि हमारी सरकार गिराने की कोशिश की जा रही। कांग्रेस विधायकों को 25-25 करोड़ का लालच दिया गया है।
राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने तंज कसते हुए कहा कि अशोक गहलोत साहब ने जब मुख्यमंत्री की शपथ ली थी उस समय की प्रेस कांफ्रेंस में सचिन पायलट ने कहा था बीजेपी वाले कह रहे थे कि मुख्यमंत्री कब मिलेगा, आज राजस्थान को दो मुख्यमंत्री मिल गए हैं। उसी से अशोक गहलोत को समझ लेना चाहिए था कि कांग्रेस ने 2 मुख्यमंत्री दिए हैं जैसा सचिन पायलट खुद कह रहे थे। और ये सत्ता के दो केंद्र हो गए। सचिन पायलट उपमुख्यमंत्री होने के साथ ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। ये दो केंद्र अशोक गहलोत संभाल नहीं पा रहे हैं।
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