सोशल मीडिया से चुनावों को प्रभावित नहीं होने देंगे- रविशंकर प्रसाद
नई दिल्ली। सूचना प्रोद्यौगिकी (आईटी) मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि सोशल मीडिया के दुष्प्रचारों से चुनाव को प्रभावित करने की अनुमति कभी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए डेटा सुरक्षा और व्यक्तिगत निजता कानून के जरिए सख्त कदम उठाए गए हैं। अर्जेंटीना में जी-20 डिजिटल इकनॉमी मिनिस्ट्रियल मीटिंग के दौरान प्रसाद ने कहा कि सोशल मीडिया द्वारा डेटा का दुरुपयोग करने की रिपोर्ट को भारत ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से कभी समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
रविशंकर का प्रसाद का यह बयान तब आया है, जब सीबीआई ने यूके कंसल्टेंसी फर्म कैंब्रिज एनालिटिका के खिलाफ कथित तौर पर फेसबुक पर भारत के लोगों के निजी डेटा का उपयोग करने के खिलाफ एक पार्लियामेंटरी इनक्वायरी का गठन किया है। यूके की इस कंसल्टेंसी पर अमेरिका में हुए 2016 चुनावों में कथित रूप से दखलंदाजी का आरोप लग चुका है।
आईटी मिनिस्टर ने अपने बयान में कहा, 'भारत ने सोशल मीडिया मंच के डेटा का दुरुपयोग करने के मामले को गंभीरता से लिया है। ऐसे प्लेटफॉर्म को हमारी चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की अनुमति कभी नहीं होगी।' प्रसाद ने कहा कि इनोवेशन कभी भी निजता को प्रतिबंधित नही कर सकती और ना ही भ्रष्टाचारियों और आतंकवादियों के लिए ढाल बन सकती है। प्रसाद ने आगे कहा कि डेटा अज्ञात और बिजनेस को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से एक प्रभावी टूल के रूप में होना चाहिए।
बता दें कि हाल में प्रसाद ने नई दिल्ली में वॉट्सएप के सीईओ क्रिस डैनियल्स से मुलाकात कर इस प्लेटफॉर्म के मिसयूज के खिलाफ एक्शन लेने के लिए कहा था। भारत स्मार्टफोन और इंटरनेट का इस्तेमाल करने के मामला में बहुत बड़ा देश है, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर में 1.21 अरब मोबाइल फोन हैं, जिनमें 45 करोड़ स्मार्टफोन है और इंटरनेट के करीब 50 करोड़ ग्राहक हैं।