हरियाणा के पूर्व शिक्षा मंत्री और सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश का निधन
नई दिल्ली। सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश का आज निधन हो गया है। दिल्ली के इंस्टिट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलिएरी साइंसेज में स्वामी अग्निवेश ने अंतिम सांस ली। वह पिछले काफी समय से लीवर सोराइसिस की बीमारी से जूझ रहे थे और उनकी हालत काफी गंभीर थी, जिसके बाद मल्टिपल ऑर्गन फेल होने की वजह से उनका निधन हो गया। बता दें कि इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन में अन्ना हजारे के साथ स्वामी अग्निवेश ने काफी सक्रिय भूमिका निभाई थी। अरविंद केजरीवाल और अन्ना हजारे के साथ दिल्ली के रामलीला मैदान में चल रहे आंदोलन में भी वह हमेशा मंच पर दिखते थे।
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बता दें कि स्वामी अग्निवेश की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी हालत काफी नाजुक बनी हुई थी। स्वामी अग्निवेश लिवर सिरोसिस की बीमारी से लड़ रहे थे। डॉक्टरों की टीम उनपर नजर बनाए हुई थी। गौरतलब है कि स्वामी अग्निवेश ने 1970 में आर्य सभा नाम की राजनीतिक पार्टी का गठन किया था। 1977 में वह हरियाणा विधानसभा से विधायक चुने गए थे और वह हरियाणा सरकार में शिक्षा मंत्री भी रह चुके थे। 1981 में उन्होंने एक संगठन की भी स्थापना की थी जिसका नाम बंधुआ मुक्ति मोर्चा था।
स्वामी अग्निवेश का जन्म 21 सितंबर 1939 को आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में हुआ था। महज 4 वर्ष की ही आयु में उनके पिता का निधन हो गया था। लिहाजा स्वामी अग्निवेश के नाना ने ही उनका लालन-पालन किया। स्वामी अग्निवेश कोलकाता के प्रसिद्ध सेंट जेवियर्स कॉलेज में लेक्चरर भी थे। आर्य समाज में शामिल होने के बाद 1968 में स्वामी अग्निवेश हरियाणा चले गए, जहां 25 मार्च 1970 को उन्होंने संन्यास ले लिया। जिसके बाद वह सामाजिक कार्य और राजनीति के क्षेत्र में आ गए।
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