एक लड़की ने कहा, लॉकडाउन का शुक्रिया ! बना डाला वर्ल्ड रिकॉर्ड
लॉकडाउन का शुक्रिया, क्यों कि इसने मुझे वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का मौका दिया। यह आवाज एक लड़की के दिल से निकली है। जिस लॉकडाउन को लाखों-करोड़ों लोग कोसते रहे आखिर उसकी तारीफ यह लड़की क्यों कर रही है ? दरअसल इंसान की जिंदगी में कभी-कभी ऐसा होता है कि कोई परेशानी उसके लिए कामयाबी का एक नया रास्ता खोल देती है। तब उसके लिए यह मुश्किल तारीफ के काबिल हो जाती है। जब 24 मार्च कोरोना से बचाव के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया गया तो यह छोटी सी लड़की भी घर में कैद होने को मजबूर हो गयी। जब पढ़ाई से मन उब जाता तो वह अपनी मां की किचेन में मदद करने लगती। कुछ दिन के बाद मां ने पाया कि लड़की में पाककला सीखने की अदभुत क्षमता है। फिर वह उसे तरह तरह के व्यंजन बनाना सिखाने लगी। कुछ महीने में कमाल हो गया। अब इस लड़की ने 58 मिनट में 46 व्यंजन बना कर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है।
कम समय में अधिक व्यंजन बनाने का रिकॉर्ड
एसएन लक्ष्मी साई चेन्नई की रहने वाली है। उसने एक घंटे से भी कम समय में 46 व्यंजन पका कर अपना नाम यूनिको बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया है। उनकी मां एन कलीमगल एमए, बीएड हैं। उन्हें तरह-तरह के दक्षिण भारतीय पकवान बनाने में महारत हासिल है। लॉकडाउन के दौरान लक्ष्मी घर में रहती थी और अक्सर अपनी मां की किचेन में मदद करती थी। उसकी मां ने जल्द भांप लिया कि लक्ष्मी में खाना बनाने की अदभुत प्रतिभा छिपी है। इसके बाद मां की रहनुमाई में लक्ष्मी की पाककला का प्रशिक्षण शुरू हुआ। खाने के टेबल पर जब घर के लोग बैठते तो लक्ष्मी अपनी मां के साथ अक्सर नये-नये व्यंजन की चर्चा करतीं। एक दिन पिता ने लक्ष्मी से कहा, अगर तुम तरह-तरह का खाना पकाती ही हो तो रिकॉर्ड बनाने की बात क्यों नहीं सोचती ? तब लक्ष्मी ने कहा, मुझे तो इसके बारे में कुछ मालूम ही नहीं।
माता-पिता के प्रोत्साहन से बनाया रिकॉर्ड
लक्ष्मी के पिता ने इस बात की खोज शुरू की कि किसने कम समय में अधिक व्यंजन बनाने के रिकॉर्ड बनाया है। इंटरनेट पर सर्च किया। यहां-वहां पता किया। तब जा कर पता चला कि केरल की लड़की सान्वी (10 साल) ने एक घंटे से कम समय में करीब 33 व्यंजन बनाये थे। सान्वी ने अगस्त 2020 में ये रिकॉर्ड बनाया था। सान्वी ने भी लॉकडाउन में ही खाना बनाने के गुर सीखे थे। उसके पिता प्रजीत बाबू एयरफोर्स में विंग कमांडर हैं। इसके बाद लक्ष्मी के पिता ने अपनी बेटी को इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए प्रेरित किया। फिर लक्ष्मी ने एक घंटे से कम समय में 40 व्यंजन बनाने के लिए अभ्यास शुरू किया। उसने सब कुछ अपनी मां से सीखा। आखिरकार उसने 58 मिनट में 46 व्यंजन बना कर सान्वी के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। इस रिकॉर्ड को बनाने के बाद लक्ष्मी और उनकी मां तमिलनाडु में सिलिब्रिटी बन गयी हैं। खान-पान से जुड़े कार्यक्रमों में उन्हें चीफ गेस्ट के रूप में बुलाया जाने लगा है।
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सबसे लंबी कुकिंग का वर्ल्ड रिकॉर्ड लता के नाम
भारत में लजीज व्यंजन बनाने की एक समृद्ध परम्परा रही है। जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण को छप्पन भोग चढ़ाया जाता है। श्रीमद्भगवत पुराण में इस बात का जिक्र है। आज भी अपना देश पाककौशल के लिए विख्यात है। दुनिया में सबसे अधिक समय तक लगातार खाना बनाने का रिकॉर्ड भी एक भारतीय महिला के नाम है। मध्य प्रदेश के रीवा की रहने वाली लता टंडन ने 2019 में लगातार 81 घंटे तक खाना पका कर एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। लता ने अमेरिका की रिकी लुम्पिन के रिकॉर्ड को तोड़ कर यह उपलब्धि हासिल की थी। रिकी के नाम लगातार 68 घंटे तक खाना पकाने का रिकॉर्ड दर्ज था। लता ने 3 सितम्बर 2019 को सुह 9 बजे से खाना बनाना शुरू किया था और वह 6 सितम्बर की रात 8 बजे तक खाना पकाती रहीं थीं।
पति ने लता का हैसला बढ़ाया
लता को बचपन से खाना बनाने का शौक था। जब उनकी शादी हो गयी तो उनके पति मोहित टंडन ने उन्हें प्रोत्साहित करना शुरू किया। 2017 में लता ने लंदन जा कर खाना बनाने का प्रशिक्षण लिया। फिर उन्होंने लंदन में खाना बनाने की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। 20 हजार शेफ के बीच वे भी एक प्रतिभागी थीं। अपने हुनर के बल पर उन्होंने अंतिम छह में जगह बनायी। वे फिर लंदन गयीं। उन्होंने गिनिज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों से कहा कि वे सबसे लंबी कुकिंग का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना चाहती हैं, और इसके लिए क्या करना होगा। चार महीने तक वे रिकॉर्ड बुक की शर्तें समझती रहीं। आखिरकार 2019 में उन्होंने यह उपलब्धि हासिल कर ली।