जम्मू-कश्मीर: 72 दिनों बाद शुरू हुआ पोस्टपेड फोन का इस्तेमाल, एसएमएस सेवा एक दिन में बंद
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में पोस्ट पेड सेवाएं करीब 72 दिनों बाद शुरू की गई हैं लेकिन एसएमएस सेवा को महज एक दिन बाद ही बंद कर दिया गया है। पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 पर लिए गए फैसले के बाद से 14 अक्टूबर को राज्य में मोबाइल सेवा फिर से शुरू हुई है।
यहां पोस्ट पेड मोबाइल सेवा शुरू की गई है। हालांकि प्रीपेड और इंटरनेट सेवाएं अभी भी बंद हैं। यहां आने वाले पर्यटकों पर लगी पाबंदी को भी हटा दिया गया है। लोगों की आवाजाही भी पहले की तरह ही शुरू हो गई है। बता दें 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस ले इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में बदल दिया गया था। सरकार ने अनुच्छेद 370 के खंड दो और तीन को खत्म कर दिया था। इसी दिन से यहां संचार सेवाओं को पूरी तरह से बंद किया गया है।
अधिकारियों के अनुसार एसएमएस सेवा शाम पांच बजे के बाद से बंद है। सोमवार की रात यहां एक बड़ी दुर्घटना भी हो गई है। दरअसल राज्य के शोपियां जिले के दो आतंकियों ने राजस्थान के एक ट्रक ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी और साथ ही एक बगीचे के मालिक पर भी हमला किया। मृतक व्यक्ति का नाम शरीफ खान बताया जा रहा है।
व्हाट्सएप्प समेत अन्य इंटरनेट सेवाएं बाधित रहेंगी
जिन आतंकियों ने हमला किया है, उनमें से एक पाकिस्तानी नागरिक है। अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 25 लाख से अधिक प्रीपेड मोबाइल फोन और व्हाट्सएप्प समेत अन्य इंटरनेट सेवाएं बाधित रहेंगी। यहां के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का कहना है कि इंटरनेट सेवा को जल्द ही बहाल कर दिया जाएगा। वहीं सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि इसमें अभी दो महीने का समय लग सकता है।
प्रीपेड सेवाओं पर फैसला अगले महीने
राज्यपाल ने कहा कि प्रीपेड सेवाओं पर फैसला अगले महीने लिया जा सकता है। कश्मीर में 5 अगस्त को मोबाइल सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इस दिन केंद्र सरकार ने राज्य का विशेष दर्जा समाप्त कर उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था। राज्य पर लिए गए फैसले के बाद सरकार ने एहतियात बरतते हुए संचार सेवाओं को बंद कर दिया था। इसके अलावा लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राजनेताओं की नजरबंदी, अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती और सैलानियों को घाटी से भी हटाया गया था।
प्रीपेड इस्तेमाल करने वालों की संख्या 30 लाख
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जम्मू-कश्मीर में 70 लाख लोग मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं। जिनमें अधिकतर पोस्ट पेड का इस्तेमाल करते हैं। इनकी संख्या 40 लाख के करीब है। वहीं करीब 30 लाख लोग ऐसे हैं जो प्रीपेड इस्तेमाल करते हैं। ये लोग अभी भी इस सेवा के शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।
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