दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने पर भड़कीं स्मृति ईरानी, बोलीं- वह भारत के टुकड़े चाहने वालों के साथ खड़ी हुईं
नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हिंसा के बाद छात्रों से बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के मिलने का मामला तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है। इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी हुई है, एक तबका उनके इस फैसले की तारीफ कर रहा है तो वहीं, कई लोग और नेताओं ने इसको पब्लिसिटी बताया है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का भी बयान आया है।
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दीपिका पादुकोण प्रदर्शनकारियों के बीच क्यों गई थीं? - ईरानी
दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने के मुद्दे पर स्मृति ईरानी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, 'हर कोई जानना चाहता है कि दीपिका पादुकोण प्रदर्शनकारियों के बीच क्यों गई थीं? मैं जानना चाहती हूं कि दीपिका पादुकोण का राजनीतिक दिलचस्पी क्या है? जिस किसी ने भी खबर पढ़ी है वह जानना चाहेगा कि दीपिका वहां क्यों गईं?' ईरानी ने कहा, 'इसमें हमारे लिए हैरानी की बात नहीं कि वह उन लोगों के साथ खड़ी हुईं, जो भारत के टुकड़े करना चाहते हैं, वह उनके साथ खड़ी हुईं, जिन्होंने लाठियों से लड़कियों के प्राइवेट पार्ट्स पर हमला किया।'
हिंसा की घटना की दिल्ली पुलिस कर रही जांच- ईरानी
स्मृति ईरानी ने कहा, 'मैं उनके अधिकार से इनकार नहीं करती हूं, दीपिका ने अपने राजनीतिक जुड़ाव के बारे साल 2011 में बात की थी कि वह कांग्रेस को सपोर्ट करती हैं। अगर लोग इससे हैरान हैं, तो केवल इसलिए क्योंकि वे इसके बारे में नहीं जानते थे।' वहीं, ईरानी ने जेएनयू में हिंसा के मामले पर कहा कि अभी जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस की तरफ से जांच के पहलू कोर्ट के सामने रखे जाने तक कुछ कहना ठीक नहीं होगा।
बीजेपी सांसद ने फिल्म का बॉयकॉट करने की अपील की
स्मृति ईरानी से पहले, दक्षिणी दिल्ली के बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने लोगों से दीपिका की फिल्म ना देखने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि दीपिका ने टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन किया है जिस वहज से उनकी फिल्म छपाक का बायकॉट किया जाना चाहिए। बता दें कि 10 जनवरी यानी आज दीपिका पादुकोण की फिल्म 'छपाक' बड़े पर्दे पर रिलीज हो रही है, यह फिल्म एसिड एटैक पीड़िता लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन पर आधारित है। सोशल मीडिया पर दीपिका पादुकोण पर कई यूजर्स आरोप लगा रहे हैं कि वह अपनी फिल्म 'छपाक' के प्रमोशन और पब्लिसिटी के लिए जेएनयू कैंपस में प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मिलने पहुंची थीं।