अमेठी की पारंपरिक सीट पर हुआ भाजपा की स्मृति ईरानी का कब्जा, मिले सबसे ज्यादा वोट
अमेठी। लोक सभा चुनाव 2014 में सबसे अधिक अगर किसी निर्वाचन क्षेत्र की बात हुई है तो वह गांधी परिवार का गढ़ अमेठी और हिंदुत्व का परिचायक वाराणसी सीट ही है। बुधवार को लोक सभा चुनाव के 8वें मतदान चरण के दौरान अमेठी में मतदान भी किए गए और सभी को यह जानकार बहुत हैरानी हेागी कि कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के पक्ष में सबसे कम वोट डाले गए। जब बात एक आंकड़े से बतानी हो तो कहा जा सकता है कि राहुल को सिर्फ 24 और भाजपा की उम्मीदवार स्मृति ईरानी को सबसे ज्यादा 56 वोट मिले।
चुनावी विशेषज्ञों ने तो यहां तक कह दिया है कि यदि अमेठी सीट से कांग्रेस की हार होती है तो राहुल के लिए भविष्य में राजनीति के सभी दरवाजे शायद हमेशा के लिए बंद हो जाएंगे। बात सही भी है अब अपने गढ़ से अगर कोई हार जाए तो मतलब साफ हो जाता है कि उस इलाके की जनता ने अपना नेता बदल लिया, सोच बदल ली और लोकतंत्र की परिभाषा भी साफ कर दी। कुछ ऐसा ही हो रहा है अब राहुल गांधी के साथ।
टीवी सीरियल की दुनिया में कदम रखकर भाजपा की महासचिव बनने तक का सफर तय करने वाली स्मृति ईरानी ने अमेठी से चुनाव लड़कर और भाराी मतों से जीत दर्ज कर इस बात को साबित कर दिया कि मोदी लहर वाकई में सुनामी में बदल चुकी है। किसी के गढ़ में जाकर उसे भारी मतों से हराना कोई मामूली खेल नहीं है और इस बात की हकीकत कोई स्मृति ईरानी से भली भंति जान सकता है। अमेठी सीट से स्मृति ईरानी को 56 वोट मिले हैं और राहुल गांधी को मात्र 24 वोट।
बता देना आवश्यक है कि कुछ दिनों पहले इंटरनेट पर एक पोलिंग की गई थी जिसमें सवाल किया गया था कि अमेठी सीट से जीत किसी ? इस पोलिंग में वोट करने वालों के सामने तीन विकल्प कांग्रेस के राहुल गांधी, भाजपा की स्मृति ईरानी और आप के कुमार विश्वास थे। बुधवार को जब मतदातााअों ने वोटिंग की तो राहुल को 24 प्रतिशत, स्मृति को 56 प्रतिशत और कुमार विश्वास को 17 प्रतिशत वोट दिए गए।