स्माल इंडस्ट्रीज मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन अध्यक्ष बोले- एमएसएमई में जान फूंकेगा सरकार का पैकेज
नई दिल्ली। स्माल इंडस्ट्रीज मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन (SIMA) ने सरकार की ओर से आर्थिक पैकेज में छोटे उद्योंगों को लेकर किए गए फैसलों का स्वागत किया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र श्रीवास्तव ने कहा है कि ये पैकेज एमएसएमई में जान फूंकने का काम करेगा। एसोसिएशन की ओर से कहा गया है कि इनमें से कई ऐसे फैसले हैं, जिनकी मांग बहुत लंबे समय से की जा रही थीं। ऐसे में सरकार का फैसला सरहनीय है।
पैकेज की घोषणा पर एसोसिएशन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि घोषित हुए बूस्टर पैक में सीमा की प्रतिभूति रहित ऑटोमेटिक ऋण, सरकार की क्रेडिट गारंटी, 12 महीने का मोरेटेरियम, मुश्किल का सामना कर रहे उद्योगों के लिए संजीवनी पैकेज, स्टार्ट अप एमएसएमई के लिए इक्विटी फंड, पीएफ सहायता, फंसी हुई बैंक गारंटी, टीडीएस रेट की कमी एवं कंप्लायंस की तारीख बढ़ाना ऐसी मांगे थी जिसकी मांग लगातार की जा रही थी। इन मांगों को माने जाने पर स्माल इंडस्ट्रीज मैन्युफैक्चरिंग पर प्रसन्नता व्यक्त करता है।
एसोसिएशन के मुख्य आर्थिक सलाहकार पंकज जायसवाल ने कहा, सरकारी गारंटी के साथ प्रतिभूति रहित 3 लाख करोड़ तक का ऋण पूरे देश मे स्वरोजगार और स्वदेशी को बढ़ाएंगे। 12 महीने का शुरुआती मोरेटेरियम से उनकी किश्त भी कम पड़ेगी। साथ ही बैंक गारंटी रिलीज से तरलता की समस्या दूर करने के साथ ही कोरोना आपदा को एक्ट ऑफ गॉड मानते हुए कॉन्ट्रैक्टर एवं रियल एस्टेट प्रॉजेक्ट का ब्लैंकेट 6 माह की वृद्धि इन्हें कई तरह की कंप्लायंस के साथ उन्हें कई पेनल चीजों से बचाएगी। टीडीएस की दर के साथ अन्य टैक्स के डेट को बढ़ाना राहत भरा कदम है।
SIMA अध्यक्ष शैलेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा है कि सरकारी खरीद में 200 करोड़ तक ग्लोबल टेंडर को खत्म करना, विद्यमान बीमार यूनिट के लिए पैकेज तथा एनपीए में राहत, लंबित सरकारी बकाए का भुगतान हेतु एस्केलेशन मैट्रिक्स एवं 45 दिन में भुगतान, एमएसएमई को ई मार्किट से जोड़ना तथा एमएसएमई को फिर से परिभाषित करना ये सब ऐसी मांगे थी जिसके लिए हमारी एसोसिएशन लगातार कह रही था। निश्चित ही एमएसएमई को दिया गया बूस्टर पैक जान फूंकेगा और हम बाउंस बैक कर मंदी से भी उबरेंगे।
SIMA महासचिव हरजिंदर सिंह ने कहा है कि कृषि को नए उद्योग के रूप मे देखते हुए इस क्षेत्र का आधुनिकीकरण करना महत्वपूर्ण है, जिससे कामगार मजदूर जो अन्य राज्य से वापस आये हैं उन्हें रोजगार दिलाया जा सके। SIMA उपाध्यक्ष पवन तिवारी ने पैकेज पर कहा है कि हमें अपनी अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए सहयोग की आवश्यकता है और यह सहयोग वित्तीय मदद के जरिए केन्द्र सरकार ने दिया है और अगले चरण में अर्थव्यवस्था को फिर से व्यवस्थित करने के लिए सभी उद्योगों को एक साथ आना पड़ेगा और भारत के सभी लोगों को अपने-अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभानी होगी।
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