कानपुर: जमानत पर छूटे छेड़छाड़ के आरोपियों ने पीड़िता की मां को मार डाला, मौसी की हालत गंभीर
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक हैरान करने वाला सामने आया है। यहां जमानत पर छूटे छेड़छाड़ के 6 आरोपियों ने पीड़िता की मां की पीट-पीटकर हत्या कर दी। वहीं पीड़िता की उम्र महज 13 साल है। जिसके साथ साल 2018 में इन आरोपियों ने छेड़छाड़ की थी। जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने जमानत पर बाहर आते ही बीते हफ्ते पीड़िता की मां पर हमला कर दिया था। जिसके बाद उनकी कानपुर के ही एक अस्पताल में मौत हो गई। मृतक महिला की बहन पर भी इन आरोपियों ने हमला कर दिया, जिनकी हालत इस वक्त गंभीर बनी हुई है।
Recommended Video
दो हफ्ते पहले जमानत पर बाहर आए थे आरोपी
मृतक महिला की उम्र 40 के करीब बताई जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार, मृतक महिला ने करीब 2 साल पहले अपनी बेटी के साथ छेड़छाड़ के आरोप में चाकेरी पुलिस स्टेशन में महफूज नाम के शख्स के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसके बाद पुलिस ने महफूज सहित 6 लोगों को धारा 354 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हालांकि दो हफ्ते पहले ही आरोपियों को जमानत मिल गई और उन्होंने 9 जनवरी को पीड़ित लड़की मां और मौसी पर हमला कर दिया। चाकेरी एसएचओ विरेंद्र बहादुर ने कहा, 6 आरोपियों महफूज, जमीक, पिंटू, बाबू, वाकिल और फिरोज के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।
पत्थरों और डंडों से किया हमला
आरोपियों ने कथित तौर पर दोनों महिलाओं को पत्थरों और डंडों से पीटा था। कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक शख्स महिला के घर में जबरन घुसता दिख रहा है। समाचार एजेंसी एएनआई ने कानपुर के एसएसपी अनंत देव के हवाले से कहा, 'पीड़ित लड़की के परिवार और आरोपियों के बीच झड़प हो गई। सभी आरोपियों ने शराब पी हुई थी।' स्थानीय रिपोर्ट के अनुसार मृतक महिला की बहन भाजपा नेता है, ये दोनों ही बहनें छेड़छाड़ के इस मामले में मुख्य गवाह थीं।
आए दिन धमकी देते थे आरोपी
महिला के परिवार का कहना है कि आरोपी उनपर केस वापिस लेने का दबाव बना रहे थे। वह आए दिन धमकी देते थे। आनंद देव ने कहा, 'चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, दो अब भी फरार हैं। हम इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।' उत्तर प्रदेश से ऐसे कई मामले आए दिन सामने आते हैं, जिससे यहां महिला सुरक्षा पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लग चुका है। इससे पहले राज्य के उन्नाव जिले में ही जमानत पर बाहर आए आरोपियों ने गैंगरेप की पीड़िता को जिंदा जलाकर मार डाला था। वहीं एक अन्य पीड़िता के तो घर के बाहर ही पर्चा लगाकर केस वापस लेने का दबाव बनाया गया।
NPR की बैठक में राज्यों ने उठाए सवाल, कहा- 'अपनी जन्मतिथि याद नहीं रहती माता-पिता की कौन बताएगा?'