BSP के सभी 6 विधायकों के टूटकर कांग्रेस में जाने पर क्या बोलीं मायावती
राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सरकार ने एक बार फिर बीएसपी के विधायकों को तोड़कर गैर-भरोसेमंद व धोखेबाज़ पार्टी होने का प्रमाण दिया है।
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नई दिल्ली। राजस्थान में बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती को उस वक्त तगड़ा झटका लगा, जब उनकी पार्टी के सभी 6 विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए। सोमवार को अपने 5 साथी विधायकों के साथ कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान करते हुए बीएसपी के विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना ने कहा, 'हमारे सामने ढेर सारी चुनौतियां थीं। एक तरफ हम कांग्रेस की सरकार का समर्थन कर रहे हैं और दूसरी तरफ हम उनके खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। इसीलिए अपने निर्वाचन क्षेत्रों के विकास और राज्य के लोगों के कल्याण को देखते हुए हमने यह कदम उठाया है।' अब इस मामले को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती का बयान सामने आया है।
'यह बीएसपी मूवमेंट के साथ विश्वासघात'
अपनी पार्टी के सभी 6 विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने पर मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा, 'राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सरकार ने एक बार फिर बीएसपी के विधायकों को तोड़कर गैर-भरोसेमंद व धोखेबाज़ पार्टी होने का प्रमाण दिया है। यह बीएसपी मूवमेंट के साथ विश्वासघात है जो दोबारा तब किया गया है, जब बीएसपी वहां कांग्रेस सरकार को बाहर से बिना शर्त समर्थन दे रही थी। कांग्रेस अपनी कटु विरोधी पार्टी/संगठनों से लड़ने के बजाए हर जगह उन पार्टियों को ही सदा आघात पहुंचाने का काम करती है जो उन्हें सहयोग/समर्थन देते हैं। कांग्रेस इस प्रकार एससी, एसटी, ओबीसी विरोधी पार्टी है तथा इन वर्गों के आरक्षण के हक के प्रति कभी गंभीर व ईमानदार नहीं रही है।'
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'अंबेडकर के मानवतावादी विचारधारा की विरोधी है कांग्रेस'
अपने ट्वीट में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए मायावती ने आगे कहा, 'कांग्रेस हमेशा ही बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर और उनकी मानवतावादी विचारधारा की विरोधी रही। इसी कारण डा. अंबेडकर को देश के पहले कानून मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। कांग्रेस ने उन्हें ना तो कभी लोकसभा में चुनकर जाने दिया और ना ही भारतरत्न से सम्मानित किया। अति-दुःखद व शर्मनाक।' गौरतलब है कि राजस्थान में कांग्रेस के 6 विधायक हैं, जिनके नाम राजेंद्र गुढा (विधायक, उदयपुरवाटी), जोगेंद्र सिंह अवाना (विधायक, नदबई), वाजिब अली (विधायक, नगर), लाखन सिंह मीणा (विधायक, करोली), संदीप यादव (विधायक, तिजारा) और दीपचंद खेरिया हैं।
'इसी तरह की प्रतिक्रिया की उम्मीद थी'
वहीं, मायावती के बयान पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रतिक्रिया देते कहा, 'बसपा सुप्रीमो की तरफ से इसी तरह की प्रतिक्रिया की उम्मीद थी। बहुजन समाज पार्टी के विधायकों ने राज्य की स्थिति और लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखा है। यही कारण है कि वे हमारी पार्टी में शामिल हुए, हमने उनके ऊपर किसी तरह का कोई दबाव नहीं डाला।' आपको बता दें कि सोमवार रात को बीएसपी के सभी विधायकों ने ऐलान किया कि वो कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। अभी तक इन विधायकों ने राज्य की अशोक गहलोत सरकार को बाहर से समर्थन दिया हुआ था।
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