फूलन देवी की बहन रुक्मणी देवी सपा में शामिल, करेंगी सियासी सफर की शुरुआत
नई दिल्ली। कभी समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने दस्यु सुंदरी फूलन देवी को राजनीतिक में आने के लिए अपनी पार्टी का दरवाजा खोला था। अब मुलायम सिंह के बेटे अखिलेश यादव ने फूलन देवी की बहन रुक्मणी देवी निषाद के लिए अपनी पार्टी के दरवाजे खोल दिए हैं। रुक्मणी देवी ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। रुक्मणी देवी अब सपा के साथ अपनी सियासी पारी की शुरुआत करेंगी।
आपको बता दें कि जेल से बाहर आने के दो साल बाद फूलन देवी मिर्जापुर से 1996 में सांसद बनी थी, लेकिन 1998 में वह चुनाव हार गई थी, उन्हें फिर से 1999 में जीत हासिल हुई, लेकिन इसके बाद उनकी हत्या कर दी गई थी। उसके बाद उनके पति उम्मेद सिंह निषाद चुनावी मैदान में उतरे थे। उम्मेद सिंह निषाद को कांग्रेस ने अंबेडकर नगर से उम्मीदवार बनाया था। उस वक्त उन्होंने खुद को भाजपा से बड़ा राम भक्त बताया है। कहा, 'मैं उसका वंशज हूं जिन्होंने श्रीराम को नदी पार कराई थी'।
उल्लेखनीय है कि 1980 में फूलन देवी के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ था। जिसके बाद फूलन देवी ने बलात्कारियों से बदला लेने के लिए बंदूक उठाई और 1981 में बेहमई हत्याकांड के बाद फूलन देवी सुर्खियों में आईं। फूलन ने बेहमई हत्याकांड के बाद 1983 में आत्मसमर्पण कर दिया। 11 साल जेल में बिताने के बाद फूलन देवी 1994 में रिहा हुईं। फूलन देवी जेल से रिहा होने के बाद 1996 में सपा का टिकट पर भदोही से लोकसभा चुनाव लड़ीं और जीतीं।
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