दलित से शादी किया तो बहन की हत्या कर भाईयों ने छुपा दी थी उसकी लाश, ऐसे हुआ खुलासा?
नई दिल्ली। देश में ऑनर किलिंग कोई नई बात नहीं है और ऐसी खबरें आए दिन सुर्खियां बनती रहती है, लेकिन उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में ऑनर किलिंग की शिकार हुई एक बहन को उसके भाईयों द्वारा हत्या के बाद चुपचाप दफनाने की खबर ने आपको दांत भींचने पर मजबूर कर देगी। घरवालों की मर्जी के बिना दिल्ली में नौकरी कर रही मृतका ने जून में एक दलित लड़के से शादी कर ली थी, जिससे उसके घर वाले काफी नाराज चल रहे थे।
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परिवार की इच्छा विपरीत मृतका ने एक दलित लड़के से शादी की थी
परिवार की इच्छा विपरीत एक दलित लड़के से शादी करने से मृतका के घऱ वाले काफी नाराज थे। यह नाराजगी समय के साथ इतनी बढ़ गई थी कि लड़की की को सजा देने और समाज में अपनी नाक ऊंची करने के लिए पिता की मंजूरी लेकर दिल्ली में रह रही बहन फोन करके घऱ बुलाया और फिर उसके बाद बेरहमी से बहन को गोली मार दी हत्या कर दी। यही नहीं, बहन की हत्या के बाद दोनों भाईयों ने बहन की लाश को छुपाने के लिए जमीन में गाड़ दिया।
मृतका का दलित लड़के से प्यार और फिर शादी परिवार को नागवार गुजरा
रिपोर्ट के मुताबिक मृतका का परिवार सवर्ण समुदाय से ताल्लुक रखता था और मृतका का किसी दलित लड़के से प्यार करना और उसके साथ करना परिवार को नागवार गुजरा। परिवार की नाराजगी का परिवार समाज था, जिनके बीचे सवर्ण परिवार हमेशा नाक ऊंची करके बैठता था, लेकिन बेटी द्वारा एक दलित लड़के से प्यार करने और फिर उसके साथ शादी करने की खबर ने उन पर वज्रपात किया था।
शादी की खबर से प्रतिशोध में पूरा परिवार जलकर भस्म हो गया था
बेटी के एक दलित लड़के के साथ शादी की खबर से प्रतिशोध में पूरा परिवार जलकर भस्म हो गया और इस बीच पूरा परिवार भूल गया कि वह लड़की उनकी अपनी औलाद है, वह लड़की उसकी हत्या के लिए घर बुलाने वाले भाईयों की एकलौती बहन थी। बताया जाता है कि मृतका और उसका पति पिछले 8 सालों से रिलेशनशिप में थे और इसी साल 12 जून को शादी के बंधन में बंधने का फैसला किया था।
मैनपुरी जिले के किशनी की निवासी थी 23 वर्षीय चांदनी (बदला हुआ नाम)
मैनपुरी जिले के किशनी की निवासी 23 वर्षीय चांदनी (बदला हुआ नाम) को दिल्ली में नौकरी के दौरान प्रतापगढ़ निवासी 25 वर्षीय संजय (बदला हुआ नाम) के साथ मुलाकात के साथ प्यार हो गया और दोनों करीब 8 वर्ष तक एकदूसरे के साथ रहने के बाद शादी करने का फैसला किया। माना जा रहा है कि दोनों की शादी में देरी की वजह इंटरकास्ट मैरिज रही होगी, जिसके लिए मृतका का परिवार कभी राजी नहीं हुआ होगा।
शादी के बाद पूर्वी दिल्ली में दोनों एक खुशहाल जिंदगी जी रहे थे
शादी के बाद पूर्वी दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके में दोनों एक खुशहाल शादीशुदा जिंदगी जी रहे थे, लेकिन यह खुशी उनके बीच ज्यादा नहीं रह सकी, क्योंकि मृतका का परिवार एक दलित के साथ बेटी के शादी कर लेना हर दिन अपमान की आग में जल रहा था। यही कारण था कि इस अपमान का बदला लेने के लिए मृतका के पिता और दो भाईयों ने घऱ बुलाकर उसकी हत्या करने का खतरनाक योजना तैयार की।
मृतका को उसके भाईयों ने मैनपुरी लाने के लिए तैयार कर लिया
पुलिस के मुताबिक मृतका को दिल्ली फोनकर उसके दोनों भाईयों ने घऱ आने के लिए किसी तरह तैयार कर लिया और जब मैनपुरी जिले के किशनी में अपने घर पहुंची तो योजना के मुताबिक दोनों भाईयों ने अपनी ही बहन को गोलीमार उसकी हत्या कर दी और बाद उसके शव को अपने ही खेत में गड्ढा खोदकर गाड़ दिया। पुलिस के मुताबिक मृतका को पति को छ़ोड़ने के लिए दवाब बनाया गया और जब वह तैयार नहीं हुई, तो उसे गोली मार दिया गया।
खुलासा तब हुआ जब मृतका का पति चाचा के साथ मैनपुरी पहुंच गया
मामले का खुलासा तब हुआ मृतका के पति ने पत्नी की गुमशुदगी का एफआईआर दर्ज करवाकर अपने चाचा के साथ मैनपुरी में पहुंचा और मृतका के परिवार वालों ने झूठ बोला कि वह दिल्ली अकेली वापस चली गई है, जबकि उसके पति के मुताबिक फोन पर हुई बातचीत ने कहा था कि उसे घर से निकलने नहीं दिया जा रहा था और बाद में उसका मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गया था। मामले ने जब तूल पकड़ा और स्थानीय पुलिस ने जब दबिश देनी शुरू की तो अंततः बहन को गोली मारकर हत्या करने वाले भाई अपना गुनाह कबूल कर लिया।
पुलिस ने मृतका की लाश को घर से थोड़ी दूर खेत से बरामद कर लिया
पुलिस ने मृतका की लाश को खेत से बरामद कर लिया है और मामले में एफआईआर दर्ज करके मृतका के एक भाई को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दो आरोपी अभी पुलिस के पकड़ से बाहर हैं। गिरफ्तार हत्यारोपी भाई ने गुनाह कबूल करते हुए बताया कि दिल्ली से बहन को घऱ लाने के बाद उस पर पति को छोड़ने का दवाब बनाया गया था और जब वह नहीं मानी तो उसके सीने में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई।
गांव में शादी करके दो महीने बाद पति-पत्नी दिल्ली वापस लौटे थे
ऑनर किलिंग की शिकार हुई मृतका के पति के मुताबिक दोनों ने प्रतापगढ़ जिले में गांव पर शादी की थी और दो महीने गांव में रहने के बाद दिल्ली वापस लौटकर त्रिलोकपुरी में रह रहे थे। पति के मुताबिक दिल्ली वापस लौटते ही मृतका के भाईयों ने बातचीत शुरू कर दी और उसे मैनपुरी साथ चलने के लिए मना लिया और 17 नवंबर को मृतका मैनपुरी पहुंची थी और 20 नवंबर मृतका ने फोन पर बातचीत में कहा था कि उसे मारा-पीटा जा रहा है और दिल्ली वापस नहीं दिया जा रहा है, जिसके बाद उसका फोन स्विच ऑफ हो गया था।
पत्नी की तलाश में मैनपुरी पहुंचे पति को बताया गया कि दिल्ली चली गई
मरहूम पति के मुताबिक पत्नी की खोज खबर नहीं मिलने पर उसने दिल्ली के मयूर विहार थाने में पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई और उसके दो दिन बाद अपनी मां और चाचा के साथ पत्नी की तलाश में मैनपुरी पहुंच गया। मैनपुरी स्थित पत्नी के घर पहुंचने पर उसके घऱ वालों द्वारा बताया गया कि मृतका दिल्ली वापस चली गई है, जबकि उसकी पत्नी की तब तक हत्या हो चुकी थी।
आरोपी भाई ने बहन की ऑनर किलिंग के अपराध को स्वीकार कर लिया
मामले पर मैनपुरी जिला एसपी ने मीडिया को बताया कि मामले की छानबीन के करीब 10 घंटे की कड़ी पूछताछ के बाद आरोपी भाई ने बहन की ऑनर किलिंग की बात स्वीकार कर लिया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया और मृतका की लाश उसके घर के 600 मीटर की दूरी पर उसके खेत से बरामद की गई है, जहां मारने के बाद उसकी लाश को गाड़ दिया गया था। पुलिस ने मृतका की लाश को कड़ी मशक्कत के बाद खेत से निकलाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।