कांग्रेस छोड़ने की बात पर अभिषेक मनु सिंघवी ने किया ट्वीट, हमारी अफवाह के धुंए वहीं से उठते हैं.....
नई दिल्ली- कांग्रेस नेता और जाने-माने वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कांग्रेस छोड़ने की बातों को महज अफवाह करार दिया है। इसके लिए उन्होंने ट्विटर के जरिए शायराना अंदाज में ऐसी खबरों का खंडन करने की कोशिश की है। उधर कांग्रेस पार्टी ने भी आधिकारिक रूप से ऐसी खबरों पर भरोसा करने से मना कर दिया है।
कांग्रेस छोड़ने की बात पर पार्टी के राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने शायरी लिखकर इस तरह की बातों का खंडन किया है। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा है, "हमारी अफवाह के धुंए वहीं से उठते हैं जहां हमारे नाम से आग लग जाती है।" एक तरह से उन्होंने इस ट्वीट के जरिए अपने सियासी विरोधियों पर ही पलटवार करने की कोशिश की है।
उन्होंने इस संबंध में एक और ट्वीट किया है, जिससे उनके खंडन की और सटीक पुष्टि हो जाती है। इसमें उन्होंने लिखा है, "अफवाह थी कि मैं बीमार हूं, लोगों ने पूछ-पूछ कर बीमार कर दिया ।( साभार)।" दरअसल, पिछले कुछ हफ्तों से अटकलबाजियां चल रही थीं कि एक बड़े वकील और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता भाजपा के साथ संपर्क में हैं और वह कुछ युवा नेताओं के साथ पार्टी छोड़ सकते हैं। कहा जा रहा था कि कांग्रेस के वे नेता गृहमंत्री अमित शाह के साथ संपर्क में हैं। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सिंघवी के ट्वीट का समर्थन करते हुए लिखा, 'सूचनाओं के ऐसे सूत्र झूठी खबरें फैलाने के लिए हैं, जिनका मकसद छवि धूमिल करना है। हम उन्हें उस अवमाना के साथ खारिज करते हैं, जिनके वे हकदार हैं।' कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि सिंघवी के राज्यसभा का कार्यकाल अभी 4 साल बचा हुआ है, फिर इस लालच में तो वो ऐसा कर नहीं सकते। सिंघवी पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सदस्य हैं और उनका समर्थन तृणमूल कांग्रेस ने भी किया था।
दरअसल, पिछले मार्च में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक विधायकों के साथ जिस तरह से पाला बदलकर भाजपा में चले गए थे, उससे इस तरह की अफवाहों को हवा मिलना आसान हो जाता है। असल में हफ्ते भर पहले सिंघवी ने एक ट्वीट में #BanRSS पर असहमति जताई थी। जिसके चलते इस तरह की हवा को फैलने और मदद मिल गई।
हमारी अफवाह के धुंए वहीं से उठते हैं
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) May 7, 2020
जहाँ हमारे नाम से आग लग जाती है।
अफवाह थी कि मैं बीमार हूँ, लोगों ने पूछ पूछ कर बीमार कर दिया ।( साभार)
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) May 7, 2020
India needs the extreme left & right views qua economic spectrum. Similarly Need non Hindu and Hindu views. Hence cannot ban RSS. It is important that people from all walks exist in India to make us truly plural. disagree with #BanRSS ! Equally disagree with many #rss views!
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) May 3, 2020