जेडीएस को 'वेश्या' बताने वाले अपने बयान पर पलटे सिद्धारमैया
नई दिल्ली। कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस की सरकार गिरने के बाद दोनों ही दलों के नेता एक दूसरे पर निशाना साधने से नहीं चूक रहे हैं। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने जेडीएस को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसपर विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने अपने बयान से यू टर्न ले लिया है। सिद्धारमैया ने दावा किया कि उन्होंने आम कन्नड़ भाषा की कहावत में यह कहा था और वह यह भाजपा को लेकर कह रहे थे नाकि जेडीएस को लेकर।
बयान से पलटे
दरअसल मैसुरू के पेरियापाटना में शुक्रवार को जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि कांग्रेस-जेडीएस सरकार के गिरने के लिए उनके नेता आप पर आरोप लगा रहे हैं। इसका जवाब देते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि उन्होंने कन्नड़ कहावत का इस्तेमाल किया है जिसका अर्थ होता है नाचने वाली एक वेश्या ने फर्श को आसमान बताया है। सिद्धारमैया की इस टिप्पणी पर जेडीएस के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता रमेश बाबू ने कहा कि यह बयान सिद्धारमैया की निराशा को दर्शाता है। हालांकि सिद्धारमैया ने अपने बयान पर विवाद बढ़ता देखकर यू टर्न ले लिया है।
आम कहावत
सिद्धारमैया ने सफाई देते हुए कहा कि जिस कन्नड़ कहावत का मैंने इस्तेमाल किया था वह लोगों के बीच काफी आम है। वहीं भाजपा के प्रवक्ता एस प्रकाश ने कहा कि एक पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते उन्हें इस तरह की अनुचित भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, यह बहुत ही निम्न स्तर का बयान है। उनका बयान सिद्धारैया और उनकी पार्टी की संस्कृति को दर्शाता है। अपने बयान पर सफाई देते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि मैं भाजपा का उल्लेख कर रहा था, यह कहावत मैसुरू के आस-पास के इलाकों में काफी आम है।
कांग्रेस-जेडीएस दोनों ने नृत्य किया
बाबू ने सिद्धारमैया पर निशाना साधते हुए कहा कि सिद्धारमैमया का बयान उनके आचरण को दर्शाता है। अगर कोई नेता अपनी भाषा पर नियंत्रण खो देता है तो यह उसकी कुंठा को दर्शाता है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि जेडीएस उन लोगों के लिए स्वर्ग की तरह है जो लोग उससे प्यार करते हैं। ऐसे में अगर कोई जेडीएस के खिलाफ बोलता है तो इसका कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। यह सब जानते हैं कि गठबंधन की सरकार में जेडीएस और कांग्रेस दोनों ने नृत्य किया है।