लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन पर सिद्धारमैया ने उठाए सवाल, कहा- अकेले लड़ते तो...
बेंगलुरू। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सिद्धारमैया ने मंगलवार को साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस- जेडीएस गठबंधन पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने लोकसभा चुनावों के समय जेडीएस के साथ गठबंधन को लेकर कहा, मैं अकेला व्यक्ति था जिसने गठबंधन के खिलाफ आवाज उठाया था लेकिन मेरी बात को पार्टी आलाकमान द्वारा नहीं सुना गया। उस दौरान मेरी बात को किसी का समर्थन नहीं मिला लेकिन मैं आज भी कहता हूं कि अगर हम अकेले लड़ते, लोकसभा चुनावों में हम 7 से अधिक सीटें जीत सकते थे।
गौरतलब है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने जेडीएस के साथ गंठबंधन करके 28 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इस बाद भी गंठबंधन चुनाव में सिर्फ दो ही सीटें अपने नाम कर सकी। चुनाव के 1 साल से अधिक समय बीत जाने के बाद अब सिद्धारमैया ने मीडिया के सामने खुलकर बात की है। सिद्धारमैया ने अपने बयान में कहा कि मैंने जेडीएस के साथ गठबंधन में नहीं लड़ने का सुझाव दिया, मैंने कहा था कि हमें अकेले लड़ना चाहिए क्योंकि क्योंकि जेडीएस के वोट हमारे पास नहीं आएंगे और हमारे वोट जेडीएस को नहीं जाएंगे।
I had suggested that we should fight alone (in Lok Sabha elections) because JD(S) votes wouldn't have come to us and our votes wouldn't have gone to JD(S): Siddaramaiah, Congress #Karnataka https://t.co/AiXBRuZaIp
— ANI (@ANI) July 8, 2020
इन दोनों सीटों में से एक बेंगलुरू ग्रामीण की कांग्रेस के नाम हुई थी तो दूसरी हासन की सीट पर जेडीएस का कब्जा हुआ था। कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार डीके सुरेश ने बेंगलुरू ग्रामीण लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी और हासन लोकसभा सीट पर प्रज्वल रेवन्ना जीते थे। बता दें कि हासन लोकसभा सीट पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस नेता एचडी देवगौड़ा की परंपरागत सीट है। बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन की सरकार थी लेकिन इसके बावजूद गठबंधन को भारी पराजय का सामना करना पड़ा था।
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