Pics: देखिए वो स्थल जहां था अयोध्या में प्राचीन राम मंदिर का गर्भगृह, राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने शेयर की तस्वीरें
नई दिल्ली, 26 अगस्त। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर बन रहे मंदिर की तस्वीरें के साथ तस्वीरों श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्र्स्ट ने शेयर की हैं। ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण के साथ परिसर में उस स्थल की भी तस्वीर शेयर की है, जो भगवान राम का जन्मस्थल है और यहीं प्रचीन राम मंदिर का गर्भगृह हुआ करता था। अब फिर से इसी स्थल पर राम मंदिर का गर्भगृह बनाया जा रहा है।
राम मंदिर निर्माण का अगला चरण
अयोध्या श्री रामजन्मभूमि परिसर में बन रहे मंदिर निर्माण का कार्य अब तेज गति से आगे बढ़ रहा है। नींव का कार्य पूरा होने के बाद मंदिर के पूरे परिसर में प्लिंथ का निर्माण ग्रेनाइट के ब्लाक से बन रहा है, जो मंदिर के पूरे क्षेत्र में बनकर तैयार होने वाला है। अब गर्भगृह का निर्माण कार्य धरातल पर दिखाई देने लगा है। मुख्य मंदिर के गर्भगृह में में ग्रेनाइट ब्लाक से बन रही प्लिंथ 7 से ज्यादा लेयर तक बनाई जा चुकी है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार गर्भगृह के दिसंबर 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है।
ट्रस्ट ने शेयर की तस्वीरें
राम मंदिर परिसर में हो रहे निर्माण कार्य की जानकारी समय, समय पर ट्रस्ट की ओर से साझा की जाती है। ट्रस्ट ने अब मंदिर के गर्भगृह के साथ पत्थर तरासी और वाल निर्माण को लेकर तस्वीरें साझा की हैं। परिसर बड़ा है लेकिन पिछले दिनों की तुलना में ये कहा जा सकता है मंदिर निर्माण से जुड़े कार्य में तेजी आई है।
राम मंदिर के साथ रिटेनिंग वाल का काम
श्री राम जन्मभूमि परिसर सुरक्षा की दृष्टि से रेड जोन एरिया घोषित है। यहां सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी निगरानी रहती है। मंदिर निर्माण के साथ श्री रामजन्मभूमि परिसर की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रिटेनिंग वाल बनाई जा रही है। मंदिर निर्माण के साथ ये कार्य काफी आगे बढ़ चुका है।
वो स्थल जहां था प्राचीन राम मंदिर
श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की ओर से साझा की कई ताजा तस्वीरों में उस स्थल की तस्वीर भी शामिल है, जहां भगवान राम के जन्म होने का दावा किया जाता है। ये वही स्थल है जहां प्राचीन राम मंदिर हुआ करता था,जिसे बाद में मुगलकाल परिवर्तित कर दिया गया था।
अभी अस्थाई गर्भगृह में विराजमान है रामलला
राम मंदिर निर्माण के दौरान रामलाल एक अस्थाई बुलेटप्रूफ गर्भगृह में विराजमान है। वर्तमान में दर्शनार्थियों इसी गर्भगृह तक आने की व्यवस्था है। निर्माण स्थल की पूरी तरह से बैरीकेटिंग की गई है। रामलला के अस्थाई गर्भगृह में जाने के रास्ते में श्रद्दालुओं के लिए राम झरोखे की व्यवस्था है,जहां से वो मंदिर निर्माण होते देख सकते हैं।
5 अगस्त 2020 को पीएम मोदी ने रखी दी आधारशिला
अयोध्या में राम मंदिर का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 5 अगस्त, 2020 को भूमि पूजन करने और मंदिर की आधारशिला रखने के बाद शुरू हुआ था। मंदिर का निर्माण पांच एकड़ भूमि में किया जा रहा है। मंदिर का निर्माण श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट करवा रहा है। निर्माण कार्य का जिम्मा लार्सन एंड टूब्रो और टाटा कंसल्टेंसी संयुक्त रुप सौंपा गया है।
चंद्रमा की वो फोटो जिसे पाने में साइंटिस्ट्स के छूटे पसीने, 2 साल में मिली खास तस्वीर