Shri Krishna जिनकी पूरी दुनिया दीवानी है
बेंगलुरु। श्री कृष्ण भगवान विष्णु के सबसे लोकप्रिय अवतार है। जिनकी मोहिनी छवि की पूरी दुनिया दीवानी है। ये ऐसे भगवान है जो भारत ही नहीं पूरे विश्व में हर धर्म और जाति के लोगों के दिलों में बसते हैं और उनके द्वारा पूजे जाते हैं। कृृष्णजन्माष्टमी के पर्व पर आज भारत ही नहीं दुनिया भर के इस्कॉन मंदिरों में इकट्ठा हुई भक्तों की भीड़ इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
यहां धर्म जाति के बंधन को पार करके दुनिया भर से आए कृष्ण भगवान के अनुयायी आध्यात्मिक शक्ति और दिव्य प्रेम के अवतार कृष्ण का जाप करते हुए प्रभु भक्ति में अपना जीवन बिता रहे हैं। शोध के अनुसार पिछले कुछ दशकों में दुनिया भर में कृष्ण भक्तों की संख्या में अत्यधिक बढ़ोत्तरी हुई है। इसके अनुसार दुनिया भर में करोड़ो की संख्या में कृष्ण अनुयायी है। 1996 ब्रिटानिका बुक ऑफ द ईयर के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 560 मिलियन वैष्णव हैं। वैष्णववाद भारत में विभिन्न संप्रदायों के बीच सबसे बड़ी संख्या में अनुयायियों का दावा करता है।
यह कृष्ण अनुयायी सब कुछ भुलाकर कान्हा को ही अपना पालनहारी मान चुके हैं और ''हरे कृष्णा, हरे रामा'' गाते हुए भक्ति में लीन होकर जीवन बिता रहे है। बेंगलुरु समेत अन्य शहरों के इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी पर्व पर ही नहीं सामान्य दिनों में भी यहां सभी धर्मो के लोग आते हैं और हरे कृष्णा, हरे रामा की धुन में डूब जाते हैं।
वह यहां आध्यत्मिक माहौल में मन की शांति पाकर बहुत प्रसन्न होकर जाते हैं। इन कृष्ण अनुयायियों का मानना है कि ईश्वर एक है। कृष्ण भगवद गीता में कहा है कि वे वैकुंठ या योगी के हृदय में आसानी से नहीं पाए जाते हैं लेकिन वे आसानी से उपलब्ध हैं जहां उनके भक्त उनकी महिमा गाते हैं।
यह कहते है कि इस्कॉन का हर भक्त एक चलता फिरता मंदिर है, क्योंकि वे कृष्ण को अपने दिल में बसाए हुए हैं। इस प्रकार इस्कॉन मंदिरों की सही संख्या उनके अनुयायियों की संख्या के बराबर है। यह एक एकेश्वरवादी परंपरा है जिसकी जड़ें आस्तिक वेदांत परंपराओं में हैं। इस्कॉन के भक्त कृष्ण को भगवान के उच्चतम रूप, स्वयंभू भगवन के रूप में पूजते हैं, और अक्सर उन्हें "ईश्वर के सर्वोच्च व्यक्तित्व" के रूप में संदर्भित करते हैं। कृष्ण अवतार को भगवान के सभी अवतारों के स्रोत के रूप में वर्णित किया है।
भारत में भगवान कृष्ण के विश्व प्रसिद्ध मंदिर
-कृष्ण बलराम मंदिर, केशव देव मंदिर, वृंदावन चंद्रोदय मंदिर, प्रेम मंदिर वृंदावन, राधा माधवन मोहन मंदिर और ठाकुर के 7 मंदिर।
-बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन भगवान कृष्ण को समर्पित है जो वृंदावन के पवित्र शहर में स्थित है और वृंदावन के ठाकुर के 7 मंदिरों में से एक है। वृंदावन का बांके बिहारी मंदिर भारत में कृष्ण के सबसे पवित्र और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है।
-द्वारकाधीश मंदिर, द्वारका, जिसे जगत मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, भारत के चार प्रमुख तीर्थों में से एक है। मंदिर चार धाम यात्रा के दौरान भारत से हजारों भक्तों को आकर्षित करता है।
-कृष्ण
बलराम
मंदिर
वृन्दावन,
भारत
में
सबसे
पहले
और
इस्कॉन
मंदिरों
में
से
एक
है,
जो
कृष्ण
और
बलराम
को
समर्पित
है।
मंदिर
को
वृंदावन
का
इस्कॉन
मंदिर
भी
कहा
जाता
है
-जुगल
किशोर
मंदिर,
मथुरा,
वृंदावन
का
यह
मंदिर
जिसे
केशी
घाट
मंदिर
भी
कहा
जाता
है,
लाल
बलुआ
पत्थर
से
बना
सबसे
पुराना
मंदिर
है।
जुगल
किशोर
का
प्रसिद्ध
धार्मिक
मंदिर
वृंदावन
में
भगवान
कृष्ण
के
सबसे
प्रसिद्ध
मंदिरों
में
से
एक
है।
- गुरुवायुर मंदिर केरल में भगवान कृष्ण के लिए पूजा का सबसे महत्वपूर्ण स्थान है और इसे पृथ्वी पर विष्णु का पवित्र निवास कहा जाता है। मंदिर को दक्षिण भारत का द्वारका भी कहा जाता है और गैर-हिंदुओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं है।
-श्री कृष्ण मंदिर, कृष्ण मठ उडुपी शहर में स्थित है और भगवान कृष्ण को समर्पित है। उडुपी में कृष्ण मठ उडुपी के आठ मठों में से एक है और इसे शहर में मंदिर जाना चाहिए। छवि - डेलीमेल
-जयपुर का गोविंद देव जी मंदिर सिटी पैलेस परिसर में स्थित है और वृंदावन के ठाकुर के 7 मंदिरों में से एक है। मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है, जिसका नाम गोविंद देव जी है।
-नाथद्वारा मंदिर, उदयपुर, श्रीनाथजी के साथ भगवान कृष्ण को समर्पित है, जो बनास नदी के तट पर है। नाथद्वारा एक वैष्णव तीर्थ है और यह शहर मेवाड़ के अपोलो के रूप में भी प्रसिद्ध है।
-राजगोपालस्वामी मंदिर, तमिलनाडु मन्नारगुडी में राजगोपालस्वामी मंदिर दक्षिण भारत में एक महत्वपूर्ण वैष्णव तीर्थ है और मंदिर को दक्षिणा द्वार कहा जाता है। यह प्राचीन मंदिर परिसर तमिलनाडु के मन्नारगुडी शहर में 23 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है।
-वेणुगोपाला स्वामी मंदिर, कर्नाटक, कन्नमबाड़ी में वेणुगोपाला स्वामी मंदिर का निर्माण होयसला शैली में किया गया है, जो कृष्णा राजा सागर पीठ के पास स्थित है। मंदिर कृष्णा राजा सागर के पीछे पानी में डूब गया था और अब एक नए स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया।
-वृंदावन में प्रेम मंदिर राधा कृष्ण और सीता राम को समर्पित है, जो सुंदर बगीचों और फव्वारों और कृष्ण लीला के कई चित्रों से घिरा हुआ है।
-भारत में भगवान कृष्ण मंदिरों में रुक्मिणी मंदिर, गुजरात में रणछोड़राय मंदिर, शामलाजी मंदिर, थिरुपालकदल श्रीकृष्णस्वामी मंदिर केरल और, अंबलप्पुझा श्रीकृष्ण मंदिर, हम्पी में बालकृष्ण मंदिर और मथुरा के केशव देव मंदिर हैं।
भारत
में
इस्कॉन
मंदिर
इस्कॉन
का
मतलब
इंटरनेशनल
सोसाइटी
फॉर
कृष्णा
कॉन्शसनेस
है
और
हरे
कृष्ण
आंदोलन
के
रूप
में
जाना
जाता
है,
जो
एक
धार्मिक
संगठन
है
जो
भक्ति
योग
का
अभ्यास
करता
है।
इस्कॉन
भक्तों
को
हरे
कृष्ण
के
रूप
में
जाना
जाता
है
और
संगठन
में
भगवान
कृष्ण
के
प्रसिद्ध
मंदिर
हैं
।
यह
भारत
मेें
इस्कॉन
मंदिर
बैंगलोर,वृंदावन
,मायापुर,
नई
दिल्ली
,मुंबई,
पुणे,
हैदराबाद,
अहमदाबाद
मेें
हैं।