श्रद्धा का मुद्दा और लव जिहाद: बीजेपी पर क्यों भड़के असदुद्दीन ओवैसी ? जानिए
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी श्रद्धा वाकर की हत्या का मामला उठाए जाने को लेकर बीजेपी पर भड़क गए हैं। भाजपा के नेता गुजरात विधानसभा चुनावों से लेकर दिल्ली नगर निगम के चुनावों तक इसे लव जिहाद का मसला बता रहे हैं। ओवैसी को इसी पर आपत्ति है। उनका मानना है कि श्रद्धा वाकर को आफताब ने जिस तरीके से भी मारा हो, यह लव जिहाद का मसला नहीं है और बीजेपी इसपर राजनीति कर रही है। ओवैसी ने अपनी पार्टी के गुजरात में उम्मीदवार उतारने को लेकर बीजेपी विरोधी दलों के ऐतराज पर भी पलटवार किया है।
श्रद्धा का मामला लव जिहाद नहीं- ओवैसी
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी गुरुवार को श्रद्धा वाकर हत्याकांड पर बीजेपी के आरोपों पर भड़क गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि यह मुद्दा किसी तरह से लव जिहाद का मसला नहीं है। गौरतलब है कि गुजरात विधानसभा और दिल्ली के एमसीडी चुनावों में भाजपा के कुछ बड़े नेताओं ने भी दिल्ली में बेरहमी से मारी गई श्रद्धा वाकर का मुद्दा उठाया है और इसे लव जिहाद बताने की कोशिश की है। गुरुवार को हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी इस विवाद में कूद गए और दावा किया कि 'इस मसले पर बीजेपी की राजनीति पूरी तरह से गलत है। यह लव जिहाद का मुद्दा नहीं है, बल्कि एक महिला के खिलाफ उत्पीड़न और बुरे बर्ताव का है और इसे उसी तरह से देखा जाना चाहिए और निंदा की जानी चाहिए। '
हिमंत बिश्व सरमा बता रहे हैं लव जिहाद
दरअसल, गुजरात के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व सरमा ने दिल्ली नगर चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान भी श्रद्धा वाकर की जघन्य हत्या का मामला उठाया है। सरमा ने रविवार को लव जिहाद के खिलाफ सख्त कानून बनाने की मांग की थी। 'लव जिहाद' शब्द का प्रयोग आमतौर पर बीजेपी नेताओं और हिंदू संगठनों द्वारा किया जाता है। इसके तहत दावा किया जाता है कि यह हिंदू लड़कियों को लुभाकर या जबरन धर्म परिवर्तन करवाने की एक साजिश है। उत्तरपूर्वी दिल्ली के घोंडा में एक रोड शो के दौरान हिमंत बिश्व सरमा ने बीजेपी के विजय संकल्प रोड शो में कहा कि देश को तीन तलाक के खिलाफ कानून मिल चुका है। वो बोले, 'हमें लव जिहाद के खिलाफ कानून और कॉमन सिविल कोड की भी जरूरत है।'
गुजरात से दिल्ली तक लव जिहाद का मुद्दा बनाया
असम के मुख्यमंत्री ने दिल्ली के मेहरौली हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा, 'आपने कुछ दिन पहले देखा कि आफताब नाम का एक आदमी श्रद्धा को 35 टुकड़ों में काट दिया। लव जिहाद जिसके बारे में अखबारों में पढ़ते थे वह अब हमारे शहरों और मेट्रो तक पहुंच चुका है।' कुछ दिन पहले इन्होंने गुजरात की कच्छ की रैली में भी कहा था, 'मुंबई से आफताब श्रद्धा बहन को लेकर आया और लव जिहाद के नाम पर 35 टुकड़ों में काट दिया। शव को उसने कहां रखा....फ्रिज में....' वो आगे बोले, 'अगर देश में राष्ट्र को अपनी मां समझने वाला शक्तिशाली नेता नहीं होगा तो ऐसा आफताब हर शहर में पैदा होने लगेगा।....'
चुनाव लड़ना हमारा अधिकार-ओवैसी
गुजरात चुनाव में ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इनकी पार्टी ने दिल्ली के एमसीडी चुनावों में भी भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद की पार्टी के साथ चुनावी गठबंधन किया है। बीजेपी विरोधी दल उनपर परोक्ष तौर पर भारतीय जनता पार्टी की मदद करने के आरोप लगाते रहे हैं। गुजरात में चुनाव लड़ने के बारे में उनका जवाब है कि 'हमें चुनाव लड़ने के लिए किसी भी दूसरी पार्टी से इजाजत लेने की आवश्यकता नहीं है, यह हमारा अधिकार है। हमें देश की जनता और संविधान पर यकीन है, हमारी लड़ाई भारतीय लोकतंत्र को मजबूत करेगा।'
क्या है श्रद्धा वाकर मर्डर केस ?
आरोपों के मुताबिक आफताब पूनावाला ने 27 वर्षीय श्रद्धा वाकर की हत्या इस साल 18 मई को गला दबाकर कर दी थी। उसके बाद उसके शव के कथित तौर पर 35 टुकड़े कर दिए थे। उसके शरीर के टुकडों को धीरे-धीरे ठिकाने लगाने के लिए उसने 300 लीटर का एक फ्रिज भी खरीदा। इससे वह अपनी योजना के मुताबिक टुकड़ों में श्रद्धा का शव दिल्ली के छतरपुर इलाके के जंगलों और आसपास की जगहों पर फेंकता रहा। ताजा खुलासों के मुताबिक वह दो साल पहले ही उसके टुकड़े करने की धमकियां दे चुका था और इसकी शिकायत श्रद्धा ने मुंबई पुलिस में भी की थी। लेकिन, बाद में उसकी शिकायत अज्ञात वजहों से वापस ले ली गई। श्रद्धा माता-पिता के मना करने के बावजूद आफताब के साथ बिना शादी के रहने लगी थी और आखिरकार वह कभी जिंदा अपने घर नहीं लौट सकी।