शोपियां फेक एनकाउंटर: कोर्ट में पेश किए गए सेना के दो मुखबिर, भेजे गए 8 दिन की रिमांड पर
श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर में शोपियां जिले के आमशीपुरा में जुलाई में हुए एनकाउंटर कथित आतंकवादियों की सूचना देने वाले सेना को दोनों मुखिबरों को मंगलवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया। एक अधिकारी ने कहा कि दो आरोपियों को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, शोपियां की अदालत में पेश किया गया और उन्हें आठ दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि शोपियां के एक किसान ताबिश अहमद मलिक और पुंछ के एक विशेष पुलिस अधिकारी फैयाज अहमद से जुलाई में अमशीपुरा मुठभेड़ के संबंध में पूछताछ की गई है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी कि, इस माह के शुरू में पूरी हुई कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी में प्रथम दृष्टया यह सबूत पाया गया है कि सैनिकों ने 18 जुलाई की मुठभेड़ के दौरान सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (आफस्पा) के तहत प्राप्त शक्तियों से इतर जाकर कार्रवाई की।
जांच रिकॉर्ड चार सप्ताह में पूरी हो गई और अब 'समरी ऑफ एविडेंस' शुरू की गई है। इन तीनों व्यक्तियों के परिवारों ने पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई है। ये तीनों व्यक्ति शोपियां में श्रमिक के रूप में काम करते थे। डीजीपी ने कहा कि अमशीपोरा शोपियां में राजौरी के तीन श्रमिकों को एक कथित फर्जी मुठभेड़ की जांच अंतिम दौर में है। सेना ने पहले ही मान लिया है कि अमशीपोरा मुठभेड़ में अफस्पा का दुरुपयोग हुआ है।
पुलिस ने भी डीएनए जांच में इस तथ्य को दोबारा साबित किया है। पुलिस की जांच भी अंतिम दौर में है और सेना की जांच भी पूरी होने वाली है। एसएसपी शोपियां इस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रहे हैं। इस मामल में जो भी लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ संबधित कानून के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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