शोपियां में सद्दाम पैडर की मौत के साथ आखिरकार सेना ने वानी गैंग का सफाया किया, सभी 11 आतंकी मारे गए
रविवार को दक्षिण कश्मीर के शोपियां में सेना और सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में हिजबुल मुजाहिद्दीन के पांच आतंकियों को ढेर कर दिया। इन आतंकियों में से ही एक था सद्दाम पैडर और सद्दाम, बुरहान वानी गैंग का आतंकी था। पैडर इस गैंग का आखिरी आतंकी था और उसके सफाए के साथ ही वानी गैंग का सफाया हो चुका है।
शोपियां। रविवार को दक्षिण कश्मीर के शोपियां में सेना और सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में हिजबुल मुजाहिद्दीन के पांच आतंकियों को ढेर कर दिया। इन आतंकियों में से ही एक था सद्दाम पैडर और सद्दाम, बुरहान वानी गैंग का आतंकी था। पैडर इस गैंग का आखिरी आतंकी था और उसके सफाए के साथ ही वानी गैंग का सफाया हो चुका है। शोपियां एनकाउंटर में जो पांच आतंकी मारे गए थे उसमें गांदरबल का रहने वाला सोशल साइंस का प्रोफेसर मोहम्मद रफी बट भी शामिल था। वानी ने जून 2015 एक ग्रुप फोटो फेसबुक पर शेयर किया था। इस फोटोग्राफ में वानी को मिलाकर कुल 11 आतंकवादी थे। बुरहान वानी जुलाई 2016 को एनकाउंटर में मारा गया था।
फेसबुक पर वायरल हुई थी फोटो
वानी गैंग के सभी आतंकी साउथ कश्मीर के रहने वाले थे। इस फोटोग्राफ ने आने के बाद से सुरक्षा एजेंसियों के बीच एक हलचल पैदा कर दी थी। इस फोटो का व्हाट्सएप से लेकर फेसबुक और ट्विटर तक पर शेयर किया जा रहा था और न्यूज चैनलों पर कई दिनों तक इस फोटो ने सुर्खियां बटोरी थीं। वानी गैंग के एक आतंकी तारिक पंडित ने मई 2016 में सरेंडर कर दिया था और अब वह आतंकवाद से दूर है। रविवार को शोपियां में एनकाउंटर के दौरान आतंकियों से आत्मसमर्पण की भी अपील की गई थी। अपील को नजरअंदाज करके आतंकियों ने लगातार फायरिंग जारी रखी।
कौन थे वानी गैंग के 11 आतंकी
वानी गैंग में बुरहान वानी, सबजार भट, सद्दाम पैडर, वसीम मल्ला, नसीर अहमद पंडित, इशफाक हमीद, अफाकुल्ला भट, आदिल अहमद खांडे और वसीम अहमद शाह। गैंग का एक आतंकी जिसका नाम फोटोग्राफ में अनीस बताया गया था अभी भी सक्रिय है। हालांकि वह वानी गैंग को छोड़ चुका था और इस समय रियाज नाइकू के साथ है जो अल कायदा के संगठन की जिम्मेदारी संभाल रहा है। अनीस इस समय लतीफ टाइगर उर्फ लतीफ टाइगर के तौर पर जाना जाता है।
कौन था सद्दाम पैडर
सद्दाम पैडर शोपियां के हेफ गांव का रहने वाला था और स्कूल की पढ़ाई छोड़ने के बाद पिता के साथ भेड़ों की देखभाल करता था। कहा जाता है कि सद्दाम पैडर काफी मजाकिया स्वभाव का था और भेड़ों को चराते समय वह लोगों को हंसाने का काम करता था। उसे क्रिकेट का भी काफी शौक था और खाली समय में अक्सर उसे विकेट कीपिंग करते देखा जाता था। पत्थरबाजों के संपर्क में आने के बाद सद्दाम पत्थबाजी का हिस्सा बन गया।
सद्दाम पर थी सेना की नजर
सद्दाम पैडर पर सेना और इंटेलीजेंस की काफी दिनों से नजर थी।साल 2014 में उसे देश विरोधी प्रदर्शनों में गिरफ्तार किया गया और अचानक एक दिन वह गायब हो गया। जून 2015 में वानी गैंग की फोटो आई तो लोगों ने सद्दाम को पहचाना। सद्दाम ने शोपियां, पुलवामा, अवंतीपुरा में हिजबुल के काडर को संभालने, नए लड़कों की भर्ती और नए ठिकाने तैयार करने में अहम भूमिका निभाई।