सेना ने माना, शोपियां में सैनिकों ने किया अफस्पा का उल्लंघन, होगी कार्रवाई
नई दिल्ली। भारतीय सेना ने 18 जुलाई को हुए शोपियां एनकाउंटर की जांच के सिलसिले में एक बड़ा बयान जारी किया है। सेना की तरफ से कहा गया है कि जांच के दौरान 'प्रथम दृष्टया' सबूतों से पता चलता है कि ऑपरेशन के दौरान जवानों ने शोपियां 'फर्जी मुठभेड़' में अफस्पा के तहत मिली शक्तियों का उल्लंघन किया। बता दें कि इस सैन्य ऑपरेशन में तीन लोग मारे गए थे। इस मामले से संबंधित प्रमुख गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और केस की बारीकी से निगरानी की जा रही है।
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सेना के प्रवक्ता ने कहा सेना के अधिकारियों द्वारा शोपियां मुठभेड़ मामले में जांच का आदेश दिया गया था, जिसमें तीन लोग मारे गए थे। जांच के दौरान कुछ 'प्रथम दृष्टया' सबूतों से पता चलता है कि ऑपरेशन के दौरान AFSPA 1990 के तहत निहित शक्तियों की सीमा को पार किया गया। जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा, सेना द्वारा की जा रही जांच की प्रक्रिया अंतिम चरण में है, नतीजों के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कुछ दिनों में डीएनए नमूनों के परिणाम आ जाएंगे। बता दें कि मारे गए युवकों के परिजनों का 14 अगस्त को डीएनए नमूना लिया गया था।
बता दें कि 18 जुलाई को सेना ने दावा किया था कि दक्षिण कश्मीर के शोपियां में हुए मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया। हालांकि इस बारे में विस्तार से नहीं बताया गया था। मामला तब विवादास्पद हो गया जब परिजनों ने युवकों के लापता होने की शिकायत दी। 17 जुलाई को अपने परिजनों से संपर्क न होने के बाद लोगों के परिवारों ने स्थानीय पुलिस थाने में एक लिखित गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अपनी शिकायत में उन्होंने पुलिस को सूचित किया कि आखिरी बार तीनों से उस समय बात हुई थी जब वह सेब और अखरोट के व्यापार के लिए 16 जुलाई को फोन पर बताया था कि उन्हें शोपियां में अशिमपोरा में एक कमरा मिला है।
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