शिवसेना ने 'सामना' के जरिये साधा मोदी सरकार पर निशाना
मुंबईः शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी पार्टी है लेकिन शिवसेना मोदी सरकार पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ती है। ताजा मामला 19 जनवरी को शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखे लेख का है। जब डोकलाम विवाद को लेकर सामना में मोदी सरकार पर निशाना साधा गया है। मोदी सरकार पर हमला करते हुए शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखा गया है कि दिल्ली में बैठकर पाकिस्तान पर आंखें तरेरना आसान है, लेकिन असली लड़ाई चीन के साथ है।
सामना में बिना पीएम मोदी पर नाम लिए उन पर भी निशाना साधा। लिखा गया है कि गुजरात विधानसभा चुनावों में पाकिस्तान को आंख दिखाना अलग बात है लेकिन भारत की असली लड़ाई चीन के साथ है।
कल भी सामना में मोदी सरकार को लेकर निशाना साधा गया था। कल शिवसेना ने प्रवीण तोगड़िया के जरिए मोदी सरकार पर निशाना साधा था। शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में लिखा था 'जब भारत में हिंदुत्व समर्थक लोगों को अपनी जान का भय हो, तो मोदी और अमित शाह को सामने आकर स्पष्टीकरण देना चाहिए। नई (भाजपा के नेतृत्व वाली) सरकार के सत्ता में आने के बाद एल के आडवाणी समेत कई लोगों की आवाज बंद हो गई है।'
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि प्रवीण तोगड़िया ने पीएम के खिलाफ कई आरोप लगाए है। जब सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ न्यायाधीशों ने सामने आकर न्यायपालिका में (केंद्र के) हस्तक्षेप का आरोप लगाया तो उन्हें राष्ट्र विरोधी और कांग्रेस के एजेंट करार दिया गया. देखना यह होगा कि प्रवीण तोगड़िया को अब क्या उपाधि दी जाती है।
प्रेस कॉन्फ्रेस में प्रवीण तोगड़िया के आंसू बहाने को लेकर उद्धव ने कहा कि हिंदुत्ववादी नेताओं वीर सावरकर और बालासाहेब ठाकरे ने कभी आंसू नहीं बहाए या अपनी बेबसी नहीं दिखाई। यह दु:ख की बात है कि हिंदुत्ववादी नेता समझे जाने वाले तोगड़िया की हालत ऐसी है कि उन्हें आंसू बहाने पड़े।
यह भी पढ़ें- मुंबई: नवरंग स्टूडियो में लगी आग, 1 दमकल कर्मचारी घायल