शिवराज का ऐलान, 7 जनवरी को बीजेपी के सभी 109 MLA सचिवालय में गाएंगे वंदे मातरम्
भोपाल। मध्य प्रदेश में 15 सालों के बाद सत्ता में वापसी करने वाली कांग्रेस और विपक्षी दल बीजेपी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। मध्य प्रदेश सचिवालय में महीने की पहली तारीख को वंदे मातरम् गाने की 13 साल पुरानी परंपरा के टूटने पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'अगर काग्रेस को राष्ट्र गीत के शब्द नहीं आते हैं या फिर राष्ट्र गीत गायन में शर्म आती है, तो मुझे बता दें, जनता के साथ हर महीने मैं वंदे मातरम् गाऊंगा।'
7 जनवरी को बीजेपी के सभी 109 MLA सचिवालय में गाएंगे वंदे मातरम्
उन्होंने कहा कि वे बीजेपी के सभी 109 विधायकों के साथ 10:00 बजे वल्लभ भवन के प्रांगण में 7 जनवरी को वंदे मातरम् गाएंगे। शिवराज सिंह चौहान ने इस मुहिम से सभी को जुड़ने की अपील भी की है। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए शिवराज सिंह ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए, 'कांग्रेस शायद यह भूल गई है कि सरकारें आती है, जाती है लेकिन देश और देशभक्ति से ऊपर कुछ नहीं है। मैं मांग करता हूँ कि वंदे मातरम् का गान हमेशा की तरह हर कैबिनेट की मीटिंग से पहले और हर महीने की पहली तारीख को हमेशा की तरह वल्लभ भवन के प्रांगण में हो।'
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'कांग्रेस को राष्ट्रगीत गाने में शर्म आती है तो मैं गाऊंगा वंदे मातरम्'
शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, 'वंदे मातरम् के कारण लोगों के हृदय में प्रज्वलित देशभक्ति की भावनाओं में नयी ऊर्जा का संचार होता था। अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस की सरकार ने यह परंपरा आज तोड़ दी। आज पहली तारीख को वंदे मातरम् नहीं गाया गया, मध्यप्रदेश में वंदे मातरम् का गान हर सप्ताह कैबिनेट मीटिंग से पहले सभी मंत्रियों द्वारा किया जाता था और हर महीने की पहली तारीख को वल्लभ भवन के प्रांगण में वंदे मातरम् गान में सभी कर्मचारी और अधिकारी गण उपस्थित रहते थे।'
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बीजेपी कार्यकर्ता सचिवालय के सामने कर रहे हैं विरोध प्रदर्शन
उन्होंने ट्वीट किया, 'वंदे मातरम् ऐसा मंत्र है जिसका उद्घोष करते हुए हज़ारों स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने सीने पर अंग्रेज़ों की गोलियां खाई थी। इसी मंत्र को जपते-जपते लाखों लोगों ने देश को आजाद करने में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। वंदे मातरम् सिर्फ हमारा राष्ट्रीय गीत ही नहीं परंतु राष्ट्र भक्ति का पर्याय है।' आज बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता इसी मुद्दे पर सचिवालय के सामने विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
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