रूपाणी के शपथ ग्रहण में मंच पर क्यों नहीं दिखे शिवराज, कहीं ये वजह तो नहीं...
नई दिल्ली। गुजरात में विजय रूपाणी के नेतृत्व में नई सरकार का भव्य शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समेत केंद्रीय मंत्रिमंडल के कई बड़े मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल हुए। इस कार्यक्रम में 18 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी शिरकत की। जिस तरह से गांधीनगर में भव्य शपथ समारोह का आयोजन किया गया, इसे 2019 के आम चुनाव से पहले शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि गुजरात में भव्य शपथ समारोह के दौरान एक खास बात नजर आई। जहां बीजेपी और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शपथ समारोह में मंच पर नजर आए, वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वहां नहीं दिखाई दिए। शिवराज सिंह चौहान के मंच पर नजर नहीं आने को लेकर कई तरह के कयास लगने शुरू हो गए। सवाल उठे कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि मध्य प्रदेश के सीएम गुजरात आकर भी मंच पर नजर नहीं आए। पढ़िए पूरा मामला...
शिवराज के ना आने से कई तरह की चर्चाएं
माना जा रहा है कि बीजेपी आलाकमान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से नाराज है। विजय रूपाणी में शपथ ग्रहण के दौरान शिवराज सिंह चौहान मंच पर नजर नहीं आने पर ये चर्चा फिर से शुरू हो गई। माना जा रहा है कि आलाकमान की नाराजगी की वजह से ही शिवराज सिंह चौहान मंच पर नहीं आए। हालांकि उन्होंने गुजरात पहुंचकर सीएम विजय रूपाणी से मुलाकात की। उन्हें सीएम बनने की बधाई भी दी। इसके बाद वो वापस मध्य प्रदेश लौट आए।
आलाकमान शिवराज से खुश नहीं!
बताया जा रहा है कि पिछले कई दिनों से ऐसी चर्चाएं हैं कि बीजेपी आलाकमान मध्य प्रदेश में कई बड़े बदलाव कर सकती है। कहा जा रहा कि मध्य प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष नंद कुमार सिंह को हटाया जा सकता है। नंद कुमार सिंह प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के करीबी माने जाते हैं। नंद कुमार सिंह को हटाने की चर्चाओं के पीछे जो अहम वजह बताई जा रही वो यही है कि पार्टी को लेकर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हैं।
सवाल को टाल गए शिवराज
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जिस तरह से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार सिंह को हटाने की चर्चाएं सामने आ रही हैं, इसी से शिवराज सिंह चौहान बीजेपी आलाकमान से खुश नहीं हैं। रूपाणी सरकार के शपथ ग्रहण में मंच पर शिरकत नहीं करने के पीछे ये वजह काफी अहम मानी जा रही है। हालांकि मध्य प्रदेश लौटकर जब शिवराज सिंह चौहान से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि प्रदेश में उनके कुछ जरूरी कार्यक्रम थे। इन कार्यक्रमों में शिरकत करना उन्हें जरूरी था। भले ही शिवराज सिंह चौहान अपनी यात्रा को लेकर सफाई दे रहे हों लेकिन वो जिस तरह से गुजरात से लौटकर आएं हैं, चर्चा का बाजार गरम है।